प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी समारोह में भाग लिया. उन्होंने कहा कि आज संघ जिस रूप में है, वो राष्ट्र चेतना का एक पुण्य अवतार है. प्रधानमंत्री ने याद दिलाया कि संघ की स्थापना दशहरा के पावन दिन हुई थी. उन्होंने इसे भारत की प्राचीन परंपराओं और सांस्कृतिक पुनर्जागरण का प्रतीक बताया. समाज जीवन के कई क्षेत्रों में संघ निरंतर कार्य कर रहा है. प्रधानमंत्री ने कहा कि संघ की एक धारा अनेक धाराओं में बंटी, लेकिन उनमें कभी विरोधाभास पैदा नहीं हुआ.