विपक्ष ने आरोप लगाया कि राज्यसभा में पुलिस, सीआईएसएफ और सेना के जवानों को लाया गया था. इस आरोप को संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने गलत बताया गया और स्पष्ट किया कि सदन में केवल हाउस मार्शल ही मौजूद रहते हैं और नियमों के अनुसार केवल मार्शल ही संसद भवन में प्रवेश कर सकते हैं.