भारत में वर्तमान में 35 करोड़ लोग मोटापे से ग्रस्त हैं, और यह आंकड़ा 2050 तक 45 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है, जिससे यह एक महामारी का रूप ले सकता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिकों से खाद्य तेल के उपयोग में 10 फीसदी कमी करने का आग्रह किया है.