मुर्शिदाबाद हिंसा के 6 दिन बाद भी हिंदू परिवारों की घर वापसी नहीं हुई है. वे अभी भी शरणार्थी कैंप में रहने को मजबूर हैं. पीड़ितों ने पूरे जिले में BSF की तैनाती की मांग की है क्योंकि उन्हें पुलिस पर भरोसा नहीं है. हिंसा में मारे गए गोविंद और चंदन दास के परिवार ने मुआवजे की रकम लेने से इनकार कर दिया है और सिर्फ इंसाफ की मांग कर रहे हैं.