मानसूनी आफत पहाड़ों पर मुसीबत बनकर बरसती है. सड़के जानलेवा हो जाती है. पहाड़ दरकने लगते हैं और जिंदगी बचाने की जद्दोजहत शुरू हो जाती है. पहाड़ों पर जब बादल गरजते हैं तो पत्थर बरसते हैं. सड़कें खूंखार हो जाती हैं. जिंदगी लहरों में अटक जाती है. चट्टाने दरकने लगती हैं. नाले खूंखार हो जाते हैं. इंसान बेहाल हो जाते हैं. फिर मानसून आया है. अपने साथ मुसीबतों का पहाड़ लाया है. कुदरत के कहर के आगे इंसान लाचार नजर आ रहा है. देखें ये रिपोर्ट.
Monsoon disaster rains as trouble on the mountains. Roads become deadly. Mountains begin to crack and the struggle to save lives begins.