बाज़ार में ओरल रिहाइड्रेशन साल्ट यानी ORS के नाम पर बिक रही नकली और मीठी ड्रिंक्स को लेकर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. FSSAI ने इन पर रोक लगाई तो कंपनियाँ दिल्ली हाईकोर्ट पहुँच गईं, जिसने फिलहाल इस रोक पर स्टे लगा दिया है. इस पूरे मामले में हम सवाल पूछ रहे हैं कि 'क्या बच्चों और आम लोगों की जिंदगी से ज्यादा जरूरी कंपनियों के डेढ़ सौ करोड़ के नकली ORS हैं?'