चीफ जस्टिस बीआर गवई ने न्यायिक सक्रियता पर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि "संविधान और नागरिक की रक्षा के लिए न्यायिक सक्रियता जरूरी है, लेकिन न्यायिक दुस्साहस या न्यायिक आतंकवाद नहीं होना चाहिए."