पाकिस्तान की हकीकत को दुनिया के सामने रखने के लिए भेजे जा रहे प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों के चयन पर कांग्रेस ने सरकार पर मनमानी का आरोप लगाया है. कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने कहा, "सरकार की मंशा पहले से ही शरारती मंशा थी," क्योंकि पार्टी के सुझाए चार नामों में से एक आनंद शर्मा को लिया गया और सरकार ने अन्य नाम अपनी सूची से जोड़े.