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गांधी जयंती: लेह में दुनिया के सबसे बड़े खादी के तिरंगे का अनावरण, 1400 किलो है वजन

ये झंडा खादी विकास बोर्ड और मुंबई की एक प्रिंटिंग कम्पनी के सहयोग से बनाया गया. खादी से बने इस तिरंगे का अनावरण सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे और लद्दाख के लेफ्टिनेंट गवर्नर आर के माथुर ने किया. ये झंडा 8 अक्टूबर को एयरफोर्स डे पर हिंडन ले जाया जाएगा.

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तिरंगे का वजन 1400 किग्रा है
तिरंगे का वजन 1400 किग्रा है
स्टोरी हाइलाइट्स
  • सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे ने किया अनावरण
  • ये झंडा 8 अक्टूबर को एयरफोर्स डे पर हिंडन ले जाया जाएगा

2 अक्टूबर को गांधी जयंती पर लेह में हाथ से बने दुनिया के सबसे बड़े खादी के तिरंगे झंडे का अनावरण किया गया. इस तिरंगे को लेह की जनस्कार पहाड़ी पर लगाया गया. इसका वजन 1400 किलो ग्राम है. इसकी लंबाई 225 फीट और चौड़ाई 125 फीट है. 

ये झंडा खादी विकास बोर्ड और मुंबई की एक प्रिंटिंग कम्पनी के सहयोग से बनाया गया. खादी से बने इस तिरंगे का अनावरण सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे और लद्दाख के लेफ्टिनेंट गवर्नर आर के माथुर ने किया. ये झंडा 8 अक्टूबर को एयरफोर्स डे पर हिंडन ले जाया जाएगा. 

दो दिन के लद्दाख दौरे पर हैं आर्मी चीफ

आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे शुक्रवार को दो दिन के पूर्वी लद्दाख दौरे पर पहुंचे. यहां उन्होंने मौजूदा सुरक्षा स्थिति और संचालन संबंधी तैयारियों के बारे में जानकारी ली. इतना ही नहीं आर्मी चीफ ने सेना के जवानों से भी संवाद किया और उनका उत्साहवर्धन किया. 

आर्मी चीफ की ये यात्रा काफी अहम मानी जा रही है. दरअसल, पिछले साल मई से भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद चल रहा है. यह कई दौर की बातचीत के बाद भी अभी पूरी तरह से निपटा नहीं है. 

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गलवान हिंसा में 20 जवान हुए थे शहीद

पिछले साल 15 जून को पूर्वी लद्दाख के गलवान में भारत और चीन की सेना के बीच हिंसक झड़प हुई थी. इसमें भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे. जबकि चीन के 40 सैनिकों की मौत की खबर सामने आई थी. हालांकि, चीन ने अभी तक आधिकारिक आंकड़ा जारी नहीं किया है. 
 

 

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