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Cyclone Sitrang: बंगाल में चक्रवात का खतरा, इन जिलों में NDRF की 14 टीमें तैनात

Cyclone Forecast: बंगाल में 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चल रही हवा 24 अक्टूबर तक चक्रवाती तूफान में बदल सकती है. मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार तूफान का असर पश्चिम बंगाल के कई जिलों पर पड़ सकता है. राहत और बचाव कार्य के लिए संभावित जिलों में NDRF की 14 टीमें तैनात कर दी गई हैं.

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Cyclone in West bengal
Cyclone in West bengal

Cyclone Sitrang: IMD के अनुसार सितरंग नामक तूफान का खतरा पश्चिम बंगाल के कई जिलों पर मंडरा रहा है. अंडमान सागर के ऊपर 110 किलोमीटर प्रति घंटे से चल रही हवा खतरनाक चक्रवाती तूफान का रूप लेती जा रही है. यह तूफान 24 अक्टूबर तक पश्चिम बंगाल पहुंच जाएगा. तब तक हवा की गति 90 से 100 किलोमीटर प्रतिघंटे से 110 किलोमीटर प्रति घंटे हो जाएगी. ऐसे में NDRF की टीमें सर्तक हो गई हैं. 

चक्रवाती तूफान का असर पश्चिम बंगाल के कई इलाकों पर पड़ सकता है. मौसम विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए कहा कि 24 अक्टूबर को बंगाल के दक्षिण परगना जिले, उत्तर परगना और पूर्वी मेदिनीपुर के तटीय जिलों में हवा की रफतार 45 से 55 किलोमीटर से 65 किलोमीटर प्रतिघंटे हो सकती है. वहीं 25 अक्टूबर को यह तूफान बांग्लादेश के तट से होते हुए तिनकोना द्वीप से टकरा सकता है. 

पश्चिम बंगाल के कुछ क्षेत्रों में हल्की और कुछ जगहों पर भारी बारिश होने का संभावना है. हवा की रफ्तार देखते हुएनेशनल डिजास्टर रिस्पोंस फोर्स (NDRF) ने सर्तकता बरतते हुए बंगाल के साउथ परगना जिले में 4 टीमें तैनात की हैं. केएमसी में आपदा की स्थिति से बचने के लिए 2 टीम भेजी गई हैं. वहीं पूर्व मेदिनीपुर में तीन और उत्तर मेदिनीपुर में बचाव कार्य के लिए 1 टीम है. हुगली और नदिया में एक-एक टीम भेजी गई है.  

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पीटीआई ने पश्चिम बंगाल में एक वरिष्ठ अधिकारी का हवाले देते हुए बताया कि चक्रवात तूफान ने निपटने की तैयारियां करने के लिए पश्चिम बंगाल के सभी जिलाधिकारियों, एसपी और आपातकालीन विभाग के कर्मचारियों की छुट्टियां कैंसिल कर दी गई हैं. साथ ही तूफान के नुकसान से बचने के लिए कई जिलों के निचले इलाकों से लोगों को निकालने की कोशिश की जा रही है. 

 

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