रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि उत्तर प्रदेश में 5 हजार 273 किलोमीटर नए ट्रैक बनाए गए हैं, जो स्विट्जरलैंड के पूरे रेल नेटवर्क से भी ज्यादा है. यूपी ने अपने रेल मार्गों का 100 प्रतिशत विद्युतीकरण किया है और उत्तर प्रदेश में 1 हजार 660 फ्लाईओवर और रोड अंडरब्रिज बनाए जा चुके हैं. अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को नई दिल्ली के रेल भवन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए गोरखपुर-पीलीभीत एक्सप्रेस के इज्जतनगर (बरेली) तक विस्तार को हरी झंडी दिखाने के बाद कई अहम जानकारियां शेयर की हैं.
771 स्टेशनों पर वाई-फाई की सुविधा
अश्विनी वैष्णव ने बताया कि यात्रियों की सुविधा बढ़ाने के लिए रेलवे ने कई स्टेशनों पर 154 लिफ्ट और 156 एस्केलेटर लगाए हैं और इस समय उत्तर प्रदेश के 771 स्टेशनों पर वाई-फाई की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है, उन्होंने बताया कि राज्य में अभी 34 वंदे भारत एक्सप्रेस और 26 अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनें संचालित हो रही हैं, जिनकी मदद से यात्रियों को उच्च-गुणवत्ता वाली यात्रा का विकल्प मिल पा रहा है.
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पिछले 11 सालों में, लखनऊ-पीलीभीत गॉज परिवर्तन, पीलीभीत-शाहजहांपुर गॉज परिवर्तन और बरेली-टनकपुर गॉज परिवर्तन सहित 48 लंबित परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं, जिनमें से सभी कई सालों से प्रगति की प्रतीक्षा में थीं. मिनिस्ट्री ऑफ रेलवे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वीडियो के माध्यम से इसकी जानकारी शेयर की है.
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि उत्तर प्रदेश में रेलवे निवेश में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है. राज्य के लिए बजट आवंटन 2014 से पहले केवल 1,109 करोड़ रुपए था जो अब बढ़कर 19,858 करोड़ रुपए हो गया है.
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत उत्तर प्रदेश के 157 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है. इनमें से 48 स्टेशन पश्चिमी और उत्तरी उत्तर प्रदेश में हैं. इन स्टेशनों में मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, शामली, बुलंदशहर, गढ़मुक्तेश्वर, गाजियाबाद, मेरठ सिटी, मोदीनगर, रामघाट, बिजनौर, धामपुर, मुरादाबाद, नजीबाबाद, पीलीभीत और बरेली जैसे स्टेशन शामिल हैं.