कर्नाटक में चल रहे हिजाब विवाद को लेकर आए मुस्लिम देशों के संगठन ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कॉर्पोरेशन के बयान पर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है. उन्होंने कहा कि OIC कह सकता है कि वह क्या चाहते हैं. लेकिन हमें व्यापारिक सहयोग बढ़ाने के लिए बीच में आड़े आ रही सांप्रदायिकता को आने से रोकना होगा. उन्होंने कहा कि हमारे देश के आंतरिक मामलों पर दूसरे देशों को टिप्पणी नहीं करनी चाहिए.
आजतक से बातचीत में नकवी ने कहा कि हिंदुस्तान में हिजाब की भी इजाजत है और हमारे देश के संविधान में संस्कृति की हिफाजत भी है. देश आज संविधान के कारण ही सह अस्तित्व के साथ चल रहा है. संविधान हमें अधिकार देता है तो कर्तव्य भी याद दिलाता है. हिंदुस्तान इकलौता ऐसा देश है, जहां सभी धर्मों की स्वतंत्रता और सम्मान की रक्षा की जाती है. यह एक ऐसा देश है, जहां 6 लाख से ज्यादा इस्लामिक धर्मस्थल हैं.
हमारे यहां रहते हैं सभी धर्मों के लोग
पाकिस्तान पर हमला बोलते हुए मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि अल्पसंख्यकों के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए. इस पर हमें पाकिस्तान के ज्ञान की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है. हमारे देश में दुनिया के सभी धर्मों के लोग रहते हैं. पाकिस्तान जैसे जुर्म के जंगल देश को यह बातें शोभा नहीं देती हैं. नकवी ने सवाल किया कि क्या पाकिस्तान की सड़कों पर कोई हिंदू लड़की जय श्री राम का नारा लगा सकती है? क्या वहां की सड़कों पर कोई सिख लड़की वाहे गुरु दा खालसा कह सकती है. नकवी ने कहा कि ऐसा नहीं हो सकता. क्योंकि किसी ने ये कोशिश भी की तो उसका सिर कलम कर दिया जाएगा. यहां तो एक ही सड़क पर अल्लाह हू अकबर और जय श्री राम एक साथ कहा जा सकता है.
अल्पसंख्यकों के लिए हिंदुस्तान सबसे सुरक्षित
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि हमारे देश को किसी के प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं है. हमारे देश के सभी वर्ग पूरी तह इस बात पर सहमत हैं कि हिंदुस्तान उनके लिए सबसे बेहतर और सुरक्षित जगह है. हिजाब की मांग करने वालों पर निशाना साधते हुए नकवी ने कहा कि देश के जो लोग हिजाब को लेकर के हंगामा मचा रहे हैं. वह इस देश की संस्कृति और सहिष्णुता को सजा बनाने की कोशिश कर रहे हैं.
हमारे देश का धर्म ग्रंथ है संविधान
नकवी ने कहा कि जिस पाकिस्तान में हिजाब पहनने की पूरी आजादी है, वह अल्पसंख्यकों के लिए असुरक्षित है. लेकिन फिर भी उसके सुर में ही सुर मिलाते हुए हमारे यहां भी कुछ लोग दिख जाते हैं. हमारे देश का धर्म ग्रंथ संविधान है. इसलिए यह देश धर्म ग्रंथ से नहीं संविधान से चलेगा. यहां सभी लोगों को समान मताधिकार का अधिकार है. मुस्लिम महिलाओं ने मोदी-मोदी करना शुरू कर दिया है. लेकिन कुछ लोग फतवा जारी कर उनको वोटिंग करने से बरगला रहे हैं.