राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) 26/11 आतंकी हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा के वॉइस सैंपल लेने की तैयारी में है. सूत्रों के अनुसार, एजेंसी जल्द ही कोर्ट में इसके लिए अनुमति मांग सकती है. इतना ही नहीं, वॉइस सैंपल का वैज्ञानिक परीक्षण (साइंटिफिक टेस्ट) भी कराया जा सकता है ताकि यह पुष्टि की जा सके कि जो कॉल रिकॉर्डिंग जांच एजेंसी के हाथ लगी है, उसमें राणा की ही आवाज है.
सूत्रों के मुताबिक, एनआईए कॉल रिकॉर्डिंग की उस क्लिप से वॉइस सैंपल का मिलान कराएगी, जिससे यह तय हो सके कि फोन पर बातचीत करने वाला शख्स राणा ही था. अगर यह साबित हो जाता है, तो यह जांच के लिए एक बड़ा सबूत होगा.
एनआईए हेडक्वार्टर में ही लिए जाएंगे वॉइस सैंपल
एनआईए सूत्रों ने बताया कि वॉइस सैंपल लेने की प्रक्रिया एनआईए हेडक्वार्टर में ही की जा सकती है. इसके लिए गृह मंत्रालय के तहत आने वाली सीएफएसएल (CFSL) यानी सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी की एक्सपर्ट टीम की मदद ली जाएगी. वॉइस सैंपल लेने की प्रक्रिया विशेष तौर पर तैयार किए गए नॉइस-फ्री (शोर-रहित) रूम में की जाती है, ताकि सटीक परिणाम मिल सकें.
अगर राणा ने इनकार किया तो?
हालांकि, वॉइस सैंपल लेने के लिए आरोपी की सहमति जरूरी होती है. अगर राणा वॉइस सैंपल देने से इनकार करता है, तो जांच एजेंसी अदालत को इसकी जानकारी दे सकती है. ऐसे मामलों में आरोपी की असहमति चार्जशीट के वक्त उसके लिए मुश्किलें बढ़ा सकती है, क्योंकि यह जांच में सहयोग न करने के रूप में देखा जाता है.
अब देखना यह होगा कि कोर्ट से एनआईए को अनुमति मिलती है या नहीं, और राणा वॉइस सैंपल देने के लिए तैयार होता है या नहीं. बता दें कि एनआईए तहव्वुर राणा से रोज 8 से 10 घंटे की पूछताछ कर रही है ताकि 2008 में हुए 26/11 आतंकी हमलों के पीछे की गहरी साजिश का पर्दाफाश किया जा सके.
हिरासत में मांगी कुरान
सूत्रों ने बताया था कि राणा से रोजाना 8-10 घंटे पूछताछ हो रही है. एक सूत्र ने बताया, 'वह पूछताछ में सहयोग कर रहा है.' पूछताछ की अगुवाई NIA की मुख्य जांच अधिकारी जया रॉय कर रही हैं. अब तक राणा ने सिर्फ तीन चीजें मांगी हैं- एक पेन, कुछ कागज या नोटपैड और कुरान. ये सब उसे मुहैया करा दिए गए हैं.
राणा ने खाने को लेकर अब तक कोई खास मांग नहीं की है और उसे वही खाना दिया जा रहा है जो अन्य आरोपियों को NIA के नियमों के अनुसार मिलता है. सूत्रों के अनुसार, राणा को दिल्ली स्थित सीजीओ कॉम्प्लेक्स में NIA मुख्यालय की एक हाई-सिक्योरिटी वाली सेल में रखा गया है, जहां 24 घंटे तैनात सुरक्षाकर्मी निगरानी कर रहे हैं.