उत्तर प्रदेश के नोएडा की एक सोसाइटी में कुत्ते के हमले से मासूम बच्चे की मौत के बाद हर तरफ गमगीन माहौल है. गुरुवार को बच्चे का शव उसके गृह ग्राम मध्य प्रदेश के सिंगरौली पहुंच गया है. वहां परिजन का रो-रो कर बुरा हाल है. बच्चे का थोड़ी देर में अंतिम संस्कार किया जाएगा. इधर, नोएडा में भी बच्चे के मौत से हर कोई दुखी है. बच्चे को श्रद्धांजलि देने के लिए कैंडल मार्च निकाला गया है.
बता दें कि नोएडा में सेक्टर 39 थाना क्षेत्र में लोटस बुलेवर्ड सोसाइटी में सोमवार को 7 महीने के बच्चे पर कुत्ते ने हमला कर दिया था, जिससे बच्चे की बुधवार को मौत हो गई. ये घटना सेक्टर 100 की है. मासूम बच्चे का परिवार मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले के का रहने वाला है. बच्चे की मां अपने दो भाइयों के साथ नोएडा में मजदूरी करने के लिए आई थी. परिजन ने बताया कि घटना वाले दिन लोटस बुलेवर्ड सोसाइटी में सड़क निर्माण का कार्य चल रहा था. मां ने बच्चे को सुला दिया और अपने भाइयों के साथ काम करने लगी.
ननिहाल पहुंचा बच्चे का शव
इसी बीच, कुछ आवारा कुत्ते पहुंचे और मासूम को नोंच डाला. बाद में परिजन बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां उसकी मौत हो गई. उसके बाद बुधवार-गुरुवार की दरम्यानी रात करीब 12 बजे मासूम बच्चे का शव लेकर परिजन सिंगरौली जिले के चितरंगी थाना क्षेत्र के पिडरिया गांव में ननिहाल पहुंचे. जब शव घर आया तो परिजन का बुरा हाल था. बच्चे का अंतिम संस्कार किया जाएगा.
परिवार की माली हालत खराब
बच्चे के मामा बृजेंद्र साकेत ने बताया कि मैं, अपनी बहन, पत्नी, बड़े भैया और उनकी पत्नी के साथ सड़क निर्माण के कार्य में लगे थे, जबकि एक बच्चा मासूम की देखरेख कर रहा था. उसी दौरान कुत्ते ने हमला कर दिया. परिवार की माली हालत खराब है. किसी तरह शव लेकर यहां पहुंचे हैं. सरकार से मदद की उम्मीद है.
बच्चे को दूध पिलाने तक पैसे नहीं थे...
नाना छोटेलाल साकेत ने बताया कि बेटी की ससुराल छतरपुर जिले की बकस्वाहा इलाके में मढ़िया गांव में है. पति राजेश से अनबन होने के कारण बेटी काफी समय से मायके में रह रही थी. उसके तीन बच्चे पिता के पास रहते हैं. बच्चे को दूध पिलाने तक के लिए पैसे नहीं होते थे, इसलिए बेटी अपने भाइयों के साथ मजदूरी करने के लिए नोएडा चली गई.
इधर, नोएडा में सोसायटी के लोग नाराज, निकाला कैंडल मार्च
नोएडा में बच्चे की मौत के बाद सोसायटी के लोगों में नाराजगी देखने को मिल रही है. यहां रहने वाले विकास जैन कहते हैं कि शिकायत देने के बाद भी एफआईआर नहीं हो रही है. जब तक एफआईआर नहीं हो जाती, हम पीछे नहीं हटने वाले हैं. एक अन्य निवासी शैली ने कहा कि कोई भी पेरेंट्स अपने बच्चे को नीचे भेजने से डरते हैं. खौफ इतना ज्यादा है कि कोई भी नीचे नहीं आ पाता. रक्षा ने कहा कि वो भी एक एनजीओ चलाती हैं लेकिन किसी की जान से बढ़कर कुछ नहीं होता. डॉग लवर आज भी नहीं मान रहे हैं कि उस बच्चे को कुत्ते ने काटा है.
एफआईआर ना होने तक रोज प्रदर्शन करेंगे
सोसाइटी के लोग लगातार नोएडा प्राधिकरण और जिला प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. बुधवार रात 9 बजे कैंडल मार्च निकाला गया, जिसमें सोसासटी के हजारों लोग शामिल थे. एफआईआर दर्ज ना किए जाने से नाराजगी बढ़ रही है. लोगों ने कैंडल मार्च उस जगह पर खत्म किया, जहां पर कुत्तों ने मासूम बच्चे पर हमला किया था. कैंडल मार्च के बाद लोगों ने बच्चे को श्रद्धांजलि दी. लोगों का कहना था कि जब तक पुलिस एफआईआर दर्ज नहीं करती, तब तक वह लोग इसी तरह रोजाना प्रदर्शन करते रहेंगे.