पश्चिम बंगाल के संदेशखाली मामले में गिरफ्तार आरोपी शाहजहां शेख अब सीबीआई की हिरासत में है. ईडी अधिकारियों पर हमले के मामले में सीबीआई आरोपी के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है और उसके करीबियों पर शिकंजा कस रही है. इस कड़ी में सीबीआई ने सोमवार को शाहजहां के तीन करीबियों को 7 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया. इन्हें ईडी अधिकारियों और सीआरपीएफ जवानों पर हमले के मामले में गिरफ्तार किया गया है.
सीबीआई ने इन तीनों को पूछताछ के लिए बुलाया था. पूछताछ के बाद सीबीआई ने उन्हें ईडी पर हमले के दौरान उनकी कथित प्रत्यक्ष संलिप्तता के लिए गिरफ्तार कर लिया है. इनकी पहचान सीबीआई ने कई वीडियो फुटेज के जरिए की थी. उनमें से एक जियाउद्दीन मोल्ला है, जो स्थानीय टीएमसी पंचायत प्रधान है और शाजहान का बहुत करीबी सहयोगी है. हमले के दौरान उसे भीड़ में देखा गया था. सीबीआई अब तीनों को कोर्ट में पेश करेगी और इनकी हिरासत की मांग करेगी.
क्या हुआ था 5 जनवरी को
पश्चिम बंगाल के राशन वितरण घोटाले में करीब 10 हजार करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार मामले में जब 5 जनवरी को ईडी की टीम शाहजहां शेख के आवास पर छापा मारने पहुंची तो वहां उसके गुर्गों ने ईडी के अधिकारियों पर हमला कर दिया था. 200 से अधिक स्थानीय लोगों ने अधिकारियों और उनके साथ चल रहे अर्धसैनिक बलों के वाहनों को घेर लिया था. भीड़ ने अधिकारियों की गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की थी. इस हमले में ईडी के तीन अधिकारी राजकुमार राम, सोमनाथ दत्त और अंकुर गुप्ता घायल हो गए थे. इस मामले में एक-एक करके चार गिरफ्तारियां हुई थीं, शाहजहां शेख कई दिनों तक फरार रहा. शाहजहां को पूर्व खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक का करीबी माना जाता है.
24 जनवरी को ईडी और आयकर विभाग ने फिर मारा था छापा
ED पर हमले का आरोपी शाहजहां शेख फरार था, इसी दौरान एक बार फिर ED और IT ने उसके खिलाफ एक्शन लिया था. 24 जनवरी को ईडी ने एक बार फिर लाव-लश्कर के साथ राशन घोटाले के आरोपी शाहजहां शेख के आवास पर दस्तक दी. मौके पर केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के 120 से ज्यादा जवान और स्थानीय पुलिस की टीमें पहुंचीं थीं. बाद में आयकर विभाग की एक टीम भी तलाशी अभियान में शामिल हुई. दोनों टीमों ने संयुक्त कार्रवाई की थी. ईडी की टीम ने शाहजहां शेख के घरों में लगे ताले तोड़ दिए थे और कई दस्तावेज हाथ लगे थे.