
संचार साथी ऐप को लेकर चल रहे विवाद के बीच केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस ऐप की खूबियां गिनाईं. उन्होंने कहा कि ये ऐप लोगों को ऑनलाइन ठगी से बचा रही है. ऐप का उद्देश्य हर व्यक्ति की निजता की रक्षा करना है. उन्होंने एक्स पर ट्वीट करके ऐप के बारे में विस्तार से जानकारी दी.
सिंधिया ने ट्वीट करके कहा कि देश के हर नागरिक की डिजिटल सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है. 'संचार साथी' ऐप का उद्देश्य है कि प्रत्येक व्यक्ति अपनी निजता की रक्षा कर सके और ऑनलाइन ठगी से सुरक्षित रह सके. ये एक पूरी तरह स्वैच्छिक और लोकतांत्रिक व्यवस्था है- यूजर चाहें तो ऐप को सक्रिय कर इसके लाभ ले सकते हैं, और न चाहें तो, वे किसी भी समय इसे अपने फोन से आसानी से डिलीट कर सकते हैं.
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सोशल मीडिया पर गिनाए आंकड़े
उन्होंने ऐप की सफलता को लेकर आंकड़े गिनाए. सिंधिया ने लिखा कि 20 करोड़ से ज्यादा लोग अब तक पोर्टल का उपयोग कर चुके हैं और 1.5 करोड़ से ज्यादा यूजर्स ऐप से जुड़े हुए हैं. ऐप में नागरिकों द्वारा 'Not My Number' विकल्प चुने जाने पर 1.43 करोड़ से ज्यादा मोबाइल कनेक्शन डिस्कनेक्ट किए गए.
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ट्रेस हुए 26 लाख फोन, 40 लाख से ज्यादा डिसकनेक्ट
सिंंधया ने ट्वीट में बताया कि ऐप से 26 लाख मोबाइल फोन ट्रेस हुए, जिनमें से 7.23 लाख फोन सफलतापूर्वक नागरिकों को लौटाए गए. नागरिकों द्वारा रिपोर्ट किए गए 40.96 लाख फर्जी मोबाइल कनेक्शन डिस्कनेक्ट किए गए. वहीं 6.2 लाख फ्रॉड-लिंक्ड IMEIs ब्लॉक किए जा चुके हैं. ये पहल प्रोटेक्शन, पारदर्शिता और कस्टमर-फर्स्ट दृष्टिकोण को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.