विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने शुक्रवार को राजधानी दिल्ली स्थित रूसी दूतावास में रूस के विक्ट्री डे सेलिब्रेशन में हिस्सा लिया. इस अवसर पर उन्होंने कहा, 'हम ऐसे समय में मिल रहे हैं जब भारत आतंकवाद की गंभीर चुनौती का सामना कर रहा है, जो पूरी वैश्विक समुदाय के लिए एक साझा खतरा है.'
जयशंकर ने भारत के साथ एकजुटता जताने वालों का धन्यवाद करते हुए कहा कि देश की ओर से जो सख्त जवाब दिया जा रहा है, उसे समझने वालों का हम सम्मान करते हैं. बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत पाकिस्तान की ओर से सीमावर्ती इलाकों पर की जा रही गोलाबारी का लगातार कड़ा जवाब दे रहा है.
वर्ल्ड लीडर्स के संपर्क में एस जयशंकर
इससे पहले भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अमेरिका के विदेश मंत्री और एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार) मार्को रुबियो से बातचीत की थी. इसे लेकर एस. जयशंकर ने X पर लिखा, 'आज (8 मई) शाम को मार्को रुबियो से बात हुई. आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ काम करने की अमेरिकी प्रतिबद्धता की गहराई से सराहना करता हूं. सीमा पार आतंकवाद के प्रति भारत की लक्षित और संतुलित प्रतिक्रिया को रेखांकित किया. आतंकवाद को बढ़ाने के किसी भी प्रयास का दृढ़ता से मुकाबला किया जाएगा.'
इटली के विदेश मंत्री से की बात
एस. जयशंकर की इटली के विदेश मंत्री और उप-प्रधानमंत्री एंटोनियो तजानी से भी बात हुई है. भारत के विदेश मंत्री ने X पर लिखा, 'इटली के विदेश मंत्री ने आतंकवाद का दृढ़ता से मुकाबला करने के लिए भारत की लक्षित और संतुलित प्रतिक्रिया पर चर्चा की. किसी भी उकसावे की कार्रवाई पर कड़ी प्रतिक्रिया देखने को मिलेगी.'
जयशंकर ने मौजूदा हालात पर EU से की चर्चा
जयशंकर की गुरुवार को यूरोपीय यूनियन की उपाध्यक्ष काजा काल्लास से भी बात हुई. उन्होंने एक्स पर लिखा, 'यूरोपीय संघ की उपाध्यक्ष के साथ मौजूदा घटनाक्रम पर चर्चा की. भारत अपनी कार्रवाइयों को लेकर संयम बरता है. हालांकि, किसी भी तरह के हमले का कड़ा जवाब दिया जाएगा.'