रूस और यूक्रेन के बीच पिछले 9 महीने से भीषण युद्ध जारी है. रूस ने मंगलवार को एक बार फिर यूक्रेन के कीव, लीव, खारकीव, पोल्टावा, ओडेसा समेत कई शहरों पर सैकड़ों मिसाइलें दागीं. इस दौरान कुछ मिसाइलें नाटो देश पोलैंड में भी गिरने का दावा किया गया. पोलैंड सरकार का दावा है कि रूसी मिसाइल हमलों में उनके दो नागरिकों की मौत हो गई. इस बीच अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडेन ने NATO और G-7 देशों की आपात बैठक बुलाई. हालांकि, रूस ने इस हमले से इनकार किया है.
इस घटनाक्रम पर NATO और G-7 देशों ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि हम इस बर्बर मिसाइल हमले की निंदा करते हैं, जो रूस ने यूक्रेन के शहरों पर बरसाए हैं. बयान में कहा गया, हमने यूक्रेन सीमा के पास पूर्वी पोलैंड में हुए विस्फोट पर चर्चा की. हम इसे लेकर पोलैंड की जांच का पूर्ण सहयोग करने की पेशकश करते हैं.
जो बाइडेन ने पोलैंड के राष्ट्रपति एंड्रेज डूडा से फोन पर बात कर मिसाइल हमलों में हुईं मौतों पर दुख जताया. इस दौरान उन्होंने जांच में पोलैंड की पूरी मदद करने का भी भरोसा दिलाया. रूस द्वारा यूक्रेन और पोलैंड पर ये हमला ऐसे वक्त पर हुआ, जब दुनिया के तमाम देशों के नेता G-20 समिट में शामिल होने के लिए इंडोनेशिया पहुंचे हैं. यहां रूस और यूक्रेन युद्ध मुख्य चर्चा का विषय रहा.
बाइडेन की बैठक में ये देश हुए शामिल
बाइडेन ने कहा कि अभी हम पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं, कि वहां आखिर क्या हुआ. इसके बाद ही हम अगला कदम उठाएंगे. इस हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने जी 7 देशों के नेताओं की बैठक बुलाई. इस बैठक में कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूके जैसे शामिल हुए. साथ ही बैठक में यूरोपियन यूनियन और यूरोपियन काउंसिल के अध्यक्ष और नाटो में सहयोगी देश स्पेन और नीदरलैंड के नेता शामिल हुए.
पोलैंड विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि ये मिसाइलें रूस में बनी हैं. जबकि पोलैंड के राष्ट्र डूडा ने कहा कि अभी अधिकारियों को यह जानकारी नहीं है कि इसे किसने और कहां से दागा. उन्होंने कहा कि इसकी सबसे अधिक संभावना है कि ये रूस में बनी हैं. लेकिन अभी इसकी पुष्टि की जा रही है. यह पहला मौका है जब यूक्रेन और रूस युद्ध के दौरान किसी नाटो देश में मिसाइल गिरी हो. NATO का सिद्धांत है कि इसके किसी देश पर हमला सभी देशों पर हमले के बराबर माना जाएगा.
रूस ने कहा- हमें कोई जानकारी नहीं
क्रेमलिन प्रवक्ता दमित्री पेसकोव ने कहा कि उन्हें पोलैंड में हुए हमले के बारे में कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है. लेकिन हमें इसे लेकर कोई जानकारी नहीं है.