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चर्चित भंवरी देवी मामले में 10 गवाहों की रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में पेश, अगली सुनवाई 5 जुलाई को

एक महीने पहले सुप्रीम कोर्ट ने एससी-एसटी कोर्ट को निर्देश दिया था कि भंवरी देवी मामले में 12 अप्रैल तक सभी आरोपियों के बयान रिकॉर्ड करके सुप्रीम कोर्ट के समक्ष एक रिपोर्ट के रूप में रखे जाएं. अब इन्हीं बयानों को एक रिपोर्ट के रूप में सुप्रीम कोर्ट के द्वारा रखा गया है.

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सुप्रीम कोर्ट (फाइल फोटो)
सुप्रीम कोर्ट (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • SC ने रिपोर्ट पेश करने का दिया था निर्देश
  • 17 में से 10 गवाहों के बयान हुए रिकॉर्ड
  • SC/ST कोर्ट ने मांगा और अधिक समय
  • अगली सुनवाई 5 जुलाई को होगी

राजस्थान के बहुचर्चित भंवरी देवी कांड को लेकर सुप्रीम कोर्ट में अब भी सुनवाई चल रही है बीते करीब एक महीने पहले सुप्रीम कोर्ट ने एससी-एसटी कोर्ट को निर्देश दिया था कि भंवरी देवी मामले में 12 अप्रैल तक सभी आरोपियों के बयान रिकॉर्ड करके सुप्रीम कोर्ट के समक्ष एक रिपोर्ट के रूप में रखे जाएं. अब इन्हीं बयानों को एक रिपोर्ट के रूप में सुप्रीम कोर्ट के द्वारा रखा गया है.

सुप्रीम कोर्ट के आगे भंवरी देवी मामले के गवाहों की रिपोर्ट रखने का आदेश सुप्रीम कोर्ट के दो जजों जस्टिस संजय किशन कौल और हेमंत गुप्ता की बैंच ने दिया था. सुप्रीम कोर्ट के आगे रखी गई इस रिपोर्ट के मुताबिक 17 गवाहों में से 10 गवाहों का बयान रिकॉर्ड हो चुका है. लेकिन बाकी गवाहों के बयान रिकॉर्ड होना अभी भी बाकी है. इसे लेकर स्पेशल कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट से अतिरिक्ति समय मांगा है.

सुप्रीम कोर्ट, गवाहों के बयानों की इस रिपोर्ट पर हुई प्रगति से फिलहाल संतुष्ट है. स्पेशल कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि इस मामले की सुनवाई प्रतिदिन हो रही है. रिपोर्ट से संतुष्ट होकर सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर सुनवाई के लिए आगे तारीख दे दी है. अब सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई 5 जुलाई के दिन होगी.

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जिस याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने ये रिपोर्ट तयबद्ध समय में सामने रखने लिए फैसला सुनाया था वो उस याचिकाकर्ता का पक्ष अधिवक्ता महेश जेठमलानी और संजय विश्नोई ने रखा है.

आपको बता दें कि राजस्थान के बहुचर्चित भंवरी देवी कांड ने 2011 में राजस्थान की राजनीति में तूफान खड़ा कर दिया था. वैसे तो भंवरी देवी महज एक सामान्य सी नर्स थी लेकिन उसका संबंध राजस्थान की राजनीति में बड़े-बड़े नेताओं से था. जब भंवरी देवी ने दावा किया कि उसके पास एक ऐसी सीडी है. जिसके बाहर आने पर तीन दिन में राजस्थान की सरकार गिर जाएगी. इसके बाद ही भंवरी देवी के लापता होने की खबर आई. इसके बाद उसकी हत्या भी कर दी गई. राजस्थान की राजनीति में ये मामला इतना अधिक बढ़ा कि इसकी जांच सीबीआई को दी गई.

इस मामले की वजह से कांग्रेस के दो नेताओं MLA मलखान सिंह बिश्नोई और मंत्री महिपाल मदेरणा को जेल जाना पड़ गया था. लेकिन कोई एक दशक से चल रहे भंवरी देवी मामले पर अदालत का अंतिम निर्णय अभी भी लंबित है.

 

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