लोकसभा चुनाव के बाद संसद के पहले सत्र का समापन हो गया है. संसद के इस सत्र के दौरान हंगामे और आक्रामकता के साथ ही कई हल्के-फुल्के पल भी देखने को मिले. बुधवार को राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन से पहले उच्च सदन में भी एक पल ऐसा भी आया जब पक्ष और विपक्ष, दोनों ही पक्ष के सदस्यों के चेहरे पर मुस्कान तैर गई.
हुआ ये कि राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा चल रही थी. इस दौरान सभापति धनखड़ ने कहा कि पहली बार हमने देखा सदन में कुछ लाइटर मोमेंट आए, फायर और इंटेलेक्चुअल इश्यूज भी हुए. ये कड़ी जारी रहनी चाहिए. सभापति की इस बात पर विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि आज क्या हो, किसने जाना.
यह भी पढ़ें: 'खून के घूंट पी सकता हूं...', जब खड़गे के बयान पर भड़के राज्यसभा के सभापति धनखड़
विपक्ष के नेता की इस बात पर सभापति जगदीप धनखड़ ने एक पुराना वाकया याद करते हुए कहा कि खड़गेजी, आप जब हमारे डिस्टिंगुइश्ड प्रोसेसर को, जिनके लेवल तक पहुंचना मेरे लिए मुश्किल है. जब आप उनको फेयरवेल दे रहे थे, आपने कहा था- आगे मौसम कैसा आएगा, कितना सताएगा. उन्होंने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा कि वो इमरान प्रतापगढ़ी ने आपको दे दिया, आपने पढ़ दिया और मेरा पदार्पण नहीं हुआ, आपने मेरा डोजियर लिख दिया.
पश्चिम बंगाल की सीएम का भी हुआ जिक्र
इस पर मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि बंगाल की हिस्ट्री देखकर बोला था. इस पर सभापति धनखड़ ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री वेस्ट बंगाल से पूछिए, हमारे संबंध ऐसे हैं. उत्कृष्ट हैं. एक दूसरे के प्रति सम्मान पूर्वक हैं. कभी पूछिए उनसे. उन्होंने विपक्ष के नेता से यह भी कहा कि अगली बार जब वो आएंगी, मैं आपको आमंत्रित करूंगा. सभापति ने आगे कहा कि किसी भी परिस्थिति के अंदर संवैधानिक मर्यादा को लांघना मेरे मानस में नहीं है. गलती से यदि कभी हो भी जाए तो तुरंत वापस आऊंगा.
यह भी पढ़ें: मोदी के आक्रामक तेवर, विपक्ष का वॉकआउट और केंद्र में राहुल... हंगामे के साथ संसद के विशेष सत्र का समापन
उन्होंने कहा कि कल आपका एक रिएक्शन आाया. शायद आप मेरी भावना नहीं समझ पाए. मैं और आप एक ही वर्ग के हैं, अपनी चर्चा कर ही नहीं सकते उसकी.फिर कभी चर्चा करूंगा आपके घर आकर. सभापति जगदीप धनखड़ की इस बात पर विपक्ष के नेता ने कहा- आपका घर नया हो गया, आपने गृह प्रवेश भी कर लिया और आपने बताया नहीं. आएंगे किसी दिन आपके घर.
'मेरे लिए नेता सदन और LOP सर्वोपरि'
विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की इस बात जगदीप धनखड़ ने कहा कि जिस दिन नए घर में जा रहा था, तीन लोगों को फोन किया था. खड़गेजी उनमें से एक थे. आपको कहा कि नए घर में प्रवेश कर रहा हूं, मगर आप चुनाव में व्यस्त हैं. उन्होंने ये भी कहा कि आपके (मल्लिकार्जुन खड़गे) सुपुत्र जो मंत्री हैं और आपके रिश्तेदार जो चुनाव लड़ रहे थे, मैंने शुभकामनाएं भी दी थीं. राज्यसभा के सभापति ने यह भी कहा- ऐसे मत कहिए नहीं तो पूरा सदन समझेगा कि मैं संपर्क में नहीं हूं. उन्होंने कहा कि मेरे लिए नेता सदन और विपक्ष के नेता सर्वोपरि हैं.