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'...आज वेल में नहीं आएंगे', जब जगदीप धनखड़ ने सदन में बताया संजय सिंह का 'वादा', गूंजे ठहाके

राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित होने से पहले सदन में ऐसे मौके भी आए जब पक्ष-विपक्ष और खुद सभापति जगदीप धनखड़, हर कोई हंसता नजर आया. जगदीप धनखड़ ने संजय सिंह को एनर्जेटिक बताया और कहा कि उन्होंने मुझसे वादा किया है कि आज वेल में नहीं आएंगे.

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जगदीप धनखड़ की बात पर सदन में लगे ठहाके
जगदीप धनखड़ की बात पर सदन में लगे ठहाके

संसद के चालू बजट सत्र के दूसरे चरण के आठवें दिन की कार्यवाही हंगामे के कारण दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी गई. उच्च सदन की कार्यवाही स्थगित होने से पहले राज्यसभा में ऐसा मौका भी आया जब हंगामे के कारण नहीं चल पा रहे सदन में हंसी के ठहाके गूंजे. सभापति जगदीप धनखड़ ने सरदार भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की शहादत को याद किया और श्रद्धांजलि अर्पित की.

सभापति जगदीप धनखड़ ने आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह और सांसद डॉक्टर सस्मित पात्रा को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं. राज्यसभा के सभापति ने जन्मदिन की बधाई देते हुए संजय सिंह की तारीफ की और उन्हें 'एनर्जेटिक संजय सिंह' कहकर संबोधित किया. संजय सिंह और डॉक्टर पात्रा ने भी अपनी सीट पर खड़े होकर हाथ जोड़े और सदस्यों की मंगलकामना स्वीकार की.

इसके बाद सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि आज जब हमने संजय सिंह को जन्मदिन की बधाई दी, तब उन्होंने मुझसे एक वादा किया. उन्होंने कहा कि संजय सिंह ने ये वादा किया कि आज हम वेल में नहीं आएंगे. जगदीप धनखड़ का इतना कहना था कि पूरा सदन ठहाकों से गूंज उठा. संजय सिंह भी अपनी सीट पर हंसते नजर आए. सभापति ने धनखड़ ने आगे ये भी कहा कि मेरी ओर से कोई एक्सेप्शन नहीं है.

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सभापति ने इसके बाद डॉक्टर जितेंद्र सिंह, अश्विनी चौबे, मीनाक्षी लेखी, डॉक्टर एल मुरुगन, बीएल वर्मा, निशिथ प्रमाणिक से अपने नाम के आगे अंकित रिपोर्ट सदन पटल पर रखने के लिए कहा. इसके बाद सेक्रेटरी जनरल ने जम्मू कश्मीर विनियोग विधेयक को लेकर लोकसभा का संदेश सदन पटल पर रखा. इसके बाद स्टैंडिंग कमेटी के साथ ही अन्य कमेटियों की रिपोर्ट भी राज्यसभा में पेश की गईं.

विपक्ष ने दिए स्थगन प्रस्ताव के 12 नोटिस

राज्यसभा में कमेटियों की रिपोर्ट पेश होने के बाद सभापति जगदीप धनखड़ ने अडानी मुद्दे की जेपीसी जांच को लेकर नियम 267 के तहत स्थगन प्रस्ताव के 12 नोटिस मिलने की जानकारी दी और कहा कि इनमें से सात नोटिस जेपीसी को लेकर हैं. जगदीप धनखड़ ने कहा कि मैंने एक-एक नोटिस को बहुत ध्यान से देखा है. उन्होंने कहा कि इनमें से किसी को भी अनुमति नहीं दी गई है.

जगदीप धनखड़ का इतना कहना था कि राज्यसभा में हंगामा शुरू हो गया. विपक्षी सांसदों ने जेपीसी की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया. हंगामे और नारेबाजी के कारण सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी.

 

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