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'दो निर्दोष बालकों को दीवार में चुनवाने जैसी दरिंदगी क्यों की गई', वीर बाल दिवस पर साहिबजादों को याद कर बोले PM मोदी

देश आज 'वीर बाल दिवस' मना रहा है. इस मौके पर PM मोदी मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए और कार्यक्रम को संबोधित करते हुए इस आयोजन को दशकों पुरानी भूल का सुधार बताया. उन्होंने साहिबजादों की शहादत, गुरु गोविंद सिंह के त्याग की भी चर्चा की.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

देश आज 'वीर बाल दिवस'  मना रहा है. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में 'वीर बाल दिवस' के तहत आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंच गए हैं. बाल कीर्तनियों की ओर से शबद कीर्तन किया गया जिसमें पीएम मोदी भी शामिल हुए.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जिस बलिदान को हम पीढ़ियों से याद करते आए हैं, उसे आज एकजुट होकर मनाने का दिन है. उन्होंने कहा कि वीर बाल दिवस भावों से भरा जरूर है लेकिन इसमें आकाश की तरह अनंत प्रेरणाएं भी हैं. पीएम मोदी ने कहा कि वीर बाल दिवस हमें ये संदेश देता है कि शौर्य की पराकाष्ठा के समय आयु मायने नहीं रखती.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि औरंगजेब के आतंक के खिलाफ भारत को बदलने के उसके मंसूबों के खिलाफ गुरु गोविंद सिंह जी पहाड़ की तरह खड़े थे. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि लेकिन जोरावर और फतेह सिंह साहब जैसे कम उम्र के बालकों से औरंगजेब की क्या दुश्मनी हो सकती थी? दो निर्दोष बालकों को दीवार में जिंदा चुनवाने जैसी दरिंदगी क्यों की गई?

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पीएम मोदी ने कहा कि औरंगजेब और उसके लोग दोनों बालकों का तलवार के बल पर धर्म परिवर्तन कराने का प्रयास कर रहे थे. उन्होंने कहा कि दोनों बालक दीवार में जिंदा चुन गए लेकिन आततायियों का हमेशा के लिए नाश कर दिया. पीएम ने कहा कि वीर बाल दिवस हमें याद दिलाएगा कि देश के लिए सिख परंपरा का योगदान क्या है. उन्होंने कहा कि वीर बाल दिवस हमें ये बताएगा कि भारत क्या है.

पीएम मोदी ने कहा कि युवा देश और समाज की दिशा को मोड़ देता है. आज युवा उसी राह पर निकल पड़ा है. उन्होंने वीर बाल दिवस की चर्चा की और गुरु गोविंद सिंह की जीवन यात्रा का भी जिक्र किया. पीएम ने कहा कि राष्ट्र प्रथम का मंत्र गुरु गोविंद सिंह ने दिया. अपने बेटों को भी राष्ट्रधर्म के लिए बलिदान करने में संकोच नहीं किया. देश को सर्वोपरि रखने की परंपरा हमारे लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है.

पौराणिक काल से चली आ रही है वीर बालकों की परंपरा

उन्होंने कहा कि भारत की पीढ़ी के लिए प्रेरणा भी इसी धरती पर है. बालक भारत, प्रह्लाद की बात करते हैं. हम मृत्यु के देवता यमराज को भी प्रभावित कर लेने वाले नचिकेता को भी नमन करते हैं. पीएम मोदी ने भगवान राम और श्रीकृष्ण के बाल्यकाल का भी जिक्र किया और लव-कुश का भी उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि पौराणिक काल से अब तक वीर बालकों की परंपरा चली आ रही है.

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पीएम मोदी ने साहिबजादों की शहादत का जिक्र करते हुए कहा कि इतने बड़े त्याग को भुला दिया गया. उन्होंने नाम लिए बिना कांग्रेस पर तंज करते हुए कहा कि नया भारत दशकों पुरानी भूल को सुधार रहा है. उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को सीखने और प्रेरणा लेने के लिए नायकों की जरूरत होती है. हम भगवान राम के साथ ही महाराणा प्रताप, महावीर और गुरुनानक देवजी का आदर करते हैं, उनसे प्रेरणा लेते हैं.

साहिबजादों के जीवन से प्रेरणा लें बच्चे

उन्होंने कहा कि हमें अपनी चिंतन परंपरा को बनाए रखना है. पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव में वीर बाल दिवस प्रकाश स्तंभ की भूमिका निभाएगा. जम्मू कश्मीर से पुडुचेरी, राजस्थान से नगालैंड तक के बच्चों ने क्विज कॉम्पिटिशन में हिस्सा लेकर साहिबजादों के बारे में अपनी जानकारी को परखा. उन्होंने कहा कि हमें साथ मिलकर वीर बाल दिवस के संदेश को देश के कोने-कोने तक ले जाना है. हमें इसके लिए भी प्रयास करने हैं कि बच्चे वीर साहिबजादों के जीवन से प्रेरणा लेकर देश के समर्पित नागरिक बनें.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही गृह मंत्री अमित शाह भी वीर बाल दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे. इससे पहले प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने एक बयान में कहा था कि पीएम मोदी लगभग 300 'बाल कीर्तनियों' की ओर से किए जाने वाले शबद कीर्तन में भी शामिल होंगे.

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पीएमओ की ओर से जारी बयान में कहा गया था कि सरकार के इस कार्यक्रम का उद्देश्य नागरिकों और विशेष रूप से छोटे बच्चों को सिखों के अंतिम गुरु गुरु गोबिंद सिंह के पुत्रों के अनुकरणीय साहस के बारे में बताना है. इस अवसर पर करीब 3 हजार बच्चे मार्च पास्ट करेंगे, जिन्हें पीएम मोदी हरी झंडी दिखाएंगे.

गृह मंत्रालय ने जारी की बुकलेट

गृह मंत्रालय ने वीर बाल दिवस को लेकर एक बुकलेट जारी की है जिसमें साहिबजादा जोरावर सिंहजी और साहिबजादा फतेह सिंहजी के बचपन से लेकर शहादत तक की जीवनयात्रा को चित्रों के माध्यम से दर्शाया गया है. गुरु किला आनंदगढ़ साहिब, गुरु गोविंद सिंह का परिवार जहां बिछड़ा था, उस स्थल को लेकर भी सचित्र जानकारी बुकलेट में दी गई है.

एजेंसी के मुताबिक इस अवसर पर देशभर के स्कूलों और कॉलेजों में निबंध लेखन, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं और अन्य गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा. पीएमओ की ओर से कहा गया है कि रेलवे स्टेशनों, पेट्रोल पंपों और एयरपोर्ट्स जैसे सार्वजनिक स्थानों पर डिजिटल प्रदर्शनियां लगाई जाएंगी.

पीएम ने मन की बात में भी किया था जिक्र

इसके साथ ही देशभर में ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जहां गणमान्य व्यक्ति सिखों के अंतिम गुरु गुरु गोबिंद सिंह के पुत्रों की जीवन गाथा और बलिदान का वर्णन करेंगे.पीएम मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम में भी वीर बाल दिवस का जिक्र किया था. उन्होंने कहा था कि 26 दिसम्बर को ‘वीर बाल दिवस’ है.

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पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कहा था कि मुझे इस अवसर पर दिल्ली में साहिबजादा जोरावर सिंह जी और साहिबजादा फ़तेह सिंह जी की शहादत को समर्पित एक कार्यक्रम में शामिल होने का सौभाग्य मिलेगा. देश, साहिबजादे और माता गुजरी के बलिदान को हमेशा याद रखेगा.

दरअसल, इस साल 9 जनवरी को गुरु गोबिंद सिंह की जयंती पर  पीएम मोदी ने घोषणा की थी कि 26 दिसंबर को सिख गुरु के पुत्रों जोरावर सिंह और फतेह सिंह की शहादत को 'वीर बाल दिवस' के रूप में मनाया जाएगा.

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