संसद के शीतकालीन सत्र से पहले वक्फ संशोधन बिल पर बनी संयुक्त संसदीय समिति (Joint Parliamentary Committee - JPC) में घमासान मच गया है. JPC की रिपोर्ट जमा करने की आखिरी तारीख नजदीर है, और इस बीच समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल का अकेला कर्नाटक दौरा विवाद की वजह बन गया है.
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दरअसल, जगदंबिका पाल कर्नाटक के हुबली और विजयपुरा में वक्फ से प्रभावित किसानों से मिलने जा रहे हैं. यह दौरा बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या की अपील के बाद हो रहा है, जिन्होंने किसानों की शिकायतें सुनने की बात कही थी. बेंगलुरु साउथ के सांसद तेजस्वी सूर्या ने 5 नवंबर को सोशल मीडिया पर लिखा था, 'JPC के चेयरमैन मेरी अपील पर हुबली और विजयपुरा जाएंगे, जहां वो वक्फ से प्रभावित किसानों और उनके संगठनों से मिलेंगे. किसानों की शिकायतें JPC के सामने रखी जाएंगी.'
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हालांकि, इस दौरे में बाकी सांसद शामिल नहीं होंगे, और इस बात से विपक्ष के सांसद नाराज हैं. कई सांसदों ने शिकायत की है कि उन्हें बिना बताए ऐसे एकतरफा फैसले लिए जा रहे हैं. एक सांसद ने कहा, 'ये दौरा आधिकारिक नहीं है और इसे समिति ने मंजूरी नहीं दी है. ये चेयरमैन का पर्सनल फैसला है.' एक और सांसद ने कहा, 'हमें कुछ पता नहीं, ये आधिकारिक दौरा नहीं है तो फिर चेयरमैन किस हैसियत से जा रहे हैं?'
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विपक्ष के कुछ सांसदों ने इस मामले को लेकर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को शिकायत सौंपी है. उनका कहना है कि बैक-टू-बैक मीटिंग्स के चलते वो अपने क्षेत्र में काम नहीं कर पा रहे हैं. JPC की आधिकारिक यात्रा 9 से 14 नवंबर के बीच होगी, जिसमें पूरी समिति लखनऊ, हैदराबाद, भुवनेश्वर, कोलकाता और गुवाहाटी का दौरा करेगी.
बता दें कि वक्फ पर बनी इस संसदीय समिति की अब तक 21 बैठकों में कई विवाद हो चुके हैं.