भारत ने एक बार फिर अपनी ताकत का लोहा मनवाया और पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है. भारतीय सेना ने साहस और पराक्रम के जरिए ना सिर्फ पाकिस्तान के नापाक मंसूबों को नाकाम किया, बल्कि उसके लॉन्च पैड को उसी की धरती पर नेस्तनाबूद कर दिया. इस साहसिक कार्रवाई से ना सिर्फ पाकिस्तान हक्का-बक्का रह गया है, बल्कि पूरे क्षेत्र में भारत की सैन्य क्षमता का डंका बज रहा है.
आजतक की टीम भारत-पाकिस्तान की सरहद के बेहद करीब मोर्टार पॉजिशन पर पहुंची. ये वही इन्फैंट्री की मोर्टार पॉजिशन थी, जहां से 10 मई की रात आतंकवादियों पर हमला किया गया था, जिसमें 7 आतंकियों को मार गिराया गया था. आजतक ने सेना की उस टुकड़ी से मुलाकात की, जिसने पूरे सफल ऑपरेशन को अंजाम दिया था. ये टीम अभी भी 24 घंटे मोर्टार पॉजिशन पर अलर्ट रहती है.
आजतक ने इस सैन्य टुकड़ी को लीड करने वाले अफसर से बातचीत की. सैन्य अफसर कहते हैं कि चाहे दिन हो या रात... हमारी टीम मोर्टार पॉजिशन पर मुस्तैद रहती है. मैं भी इनके साथ हर समय मौजूद रहता हूं.
सवाल: उस दिन क्या हुआ था? जब वो तस्वीरें पूरी दुनिया ने देखीं कि जैश ए मोहम्मद के सात आतंकवादियों को एक जगह पर मार गिराया गया?
सैन्य अधिकारी: हमने योजनाबद्ध तरीके से अपने टारगेट को पूरा किया. सबसे पहले हमने उनकी एक्टिविटी को रोकने के लिए कदम उठाया और पहले उनकी फॉरवर्ड पोस्ट पर फायर गिराया. सभी एक्टिविटी को हमने बंद कर दिया और रोक दिया. इन्हीं मोर्टार के जरिए. यही वो जवान थे... यही बहादुर शेर. इसी मोर्टार के जरिए हमने दोबारा दुश्मन को टारगेट बनाया और जीआर मिलते ही उनके लॉन्च पैड को बर्बाद कर दिया.
जीआर यानी ग्रेड रेफरेंस. सैन्य टीम को सूचित किया जाता है कि उक्त जगह आतंकवादी हैं. हमें उनकी जगह का नाम मिला. हमने उस डेटा को यूज किया और टारगेट को पूरा कर दिखाया. वहां शायद जैश ए मोहम्मद के सात आतंकवादी मारे गए हैं.
सवाल: आपने पाकिस्तान की पॉजिशन को भी काफी जबरदस्त तरीके से बर्बाद किया? आपके मोर्टार के एम्युनिशन पड़े हैं. ये ट्यूब यहां पर हैं.
सैन्य अधिकारी: सभी जगह पर इसी प्रकार से मोर्टार लगाए गए हैं. उस रात करीब सवा आठ बजे दुश्मन के ड्रोन आए और उन्होंने फायरिंग करना शुरू कर दिया. ये खबर आई कि दुश्मन के सात से आठ आतंकी हमारे देश में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे में पहला टारगेट था कि घुसपैठ रोकी जाए और फिर आतंकियों को मार गिराया जाए. हमने घुसपैठ रोकने के लिए हमला किया और उनकी एक्टिविटी को रोका. फिर उनके लॉन्च पैड पर हमला कर दिया और उनके ही देश में लॉन्च पैड को बर्बाद कर दिया. हमारी सीमा पर वो ना तो पहले किसी प्रकार का कोई नुकसान पहुंचा सके, ना आगे नुकसान पहुंचा पाएंगे.
सवाल: क्या ऐसा अंदेशा है कि कभी भी कुछ भी हो सकता है?
सैन्य अधिकारी: यहां कभी भी कुछ भी हो सकता है. क्योंकि अभी हालात सही नहीं हुए इसलिए हम हर जगह हर समय पर अपनी पॉजिशन पर अलर्ट रहते हैं और रोटेट करते रहते हैं. अपने सिपाहियों को, अपने जवानों को रोटेट करते रहते हैं और अपनी पॉजिशन पर हर समय अलर्ट रहते है.
सवाल: आप कह रहे थे कि ये मेरे बब्बर शेर हैं. इन्होंने दुश्मनों के दांत खट्टे किए. ये बब्बर शेर कहीं ऐसा तो नहीं बोलते हैं कि बहुत दिन हो गए. थोड़ा आराम करना चाहिए.
सैन्य अधिकारी: नहीं, ये जवान ऐसा नहीं बोलेंगे. क्योंकि ये इसी काम के लिए भर्ती हुए हैं. इनका काम है देश की रक्षा करना.
दुश्मन की चौकियां हो गईं तबाह
भारत-पाकिस्तान बॉर्डर की आउटपोस्ट पर आजतक ने जाकर देखा कि किन शूरवीरों ने कैसे-कैसे पाकिस्तान को धूल चटाई थी.वो गाड़ी, जिससे ऐसे हथियार दागे गए जिन्होंने पाकिस्तान को धुआं-धुआं कर दिया. फॉरवर्ड एरिया के उन बंकरों को भी देखा, जहां से हमारे शूरवीरों ने दुश्मन की गोली के बदले गोला मारा. ये हमले इतने सटीक थे कि दुश्मन की चौकियां तबाह हो गईं. आज तबाही पर पाकिस्तान परेशान है. पाकिस्तान की नापाक गोलीबारी के दौरान राजपूत रेजिमेंट ने भी जबरदस्त वीरता दिखाई. पाकिस्तान के चार पोस्ट को नष्ट कर दिया.