जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरन घाटी में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत पाकिस्तान के खिलाफ लगातार सख्त एक्शन ले रहा है. पाकिस्तान को आर्थिक चोट पहुंचाने के लिए भारत हर ऑप्शन को तलाश रहा है. दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच शनिवार (3 मई) को भारत ने पाकिस्तान से डाक और पार्सल सेवाएं पूरी तरह से बंद करने का फैसला लिया है. अब हवाई और जमीनी रास्तों से पाक पत्र या पार्सल नहीं भेजा जा सकेगा.
किसने लिया फैसला?
पाकिस्तान से डाक और पार्सल सेवाएं निलंबन करने का फैसला संचार मंत्रालय के तहत काम करने वाले डाक विभाग की ओर से लिया गया है. केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस संबंध में एक सार्वजनिक नोटिस जारी कर इस जानकारी की पुष्टि की है. अब भारत पाक के बीच पत्राचार, व्यापारिक डाक और व्यक्तिगत पार्सलों का आदान-प्रदान पूरी तरह से रुक जाएगा.
डाक विभाग ने सभी संबंधित एजेंसियों और नागरिकों को सूचित कर दिया गया है कि यह निर्णय तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है.
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भारत की कड़ी प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत आतंकवादियों और उनका समर्थन करने वालों के खिलाफ़ ठोस और निर्णायक कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है. पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान से आयात-निर्यात पूरी तरह बंद कर दिया है और सिंधु जल समझौते को स्थगित करने जैसे कदम उठाये हैं. लाइन ऑफ़ कंट्रोल पर भी तनावपूर्ण हालात हैं जहां भारतीय सेना मुश्किल ऊंचाइयों पर तैनात है.
पहलगाम हमले के जवाब में भारत की संभावित कार्रवाई को लेकर नई दिल्ली में बैठकें हो रही हैं, जिससे पाकिस्तान में डर का माहौल है. नियंत्रण रेखा पर तनाव बढ़ गया है, नागरिक सहमे हुए हैं और पाकिस्तान ने पीओके में नीलम वैली पर्यटकों के लिए बंद कर दी है. भारत द्वारा सिंधु जल संधि रद्द करने के बाद पाकिस्तान ने भारत द्वारा सिंधु पर किसी भी संरचना निर्माण पर हमला करने की बात कही है: 'वी विल स्ट्राइक दट स्ट्रक्चर'.