नए साल की शुरुआत पहाड़ों और उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में ठिठुरन भरे मौसम के साथ होने की संभावना है. उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में इस बार सर्दियां ज्यादातर सूखी ही रही हैं. अक्टूबर में अच्छी बारिश के बाद नवंबर में बस हल्की बूंदाबांदी हुई है. वहीं, दिसंबर भी यहां लगभग सूखा ही बीता है. इस वजह से ठंड का असर भी कम महसूस हुआ है. अब मौसम में बदलाव के संकेत नजर आ रहे हैं. नए साल की शुरुआत मैदानी इलाकों में बारिश के साथ होने की संभावना जताई जा रही है.
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, एक पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय की ओर बढ़ रहा है. इसके असर से उत्तर पंजाब के ऊपर एक कमजोर चक्रवाती परिसंचरण बनने की संभावना है. यह चक्रवाती हवाओं का घेरा पंजाब, हरियाणा और उत्तर राजस्थान के कई हिस्सों को प्रभावित करेगा.
दिल्ली-एनसीआर समेत इन राज्यों में बारिश
साल की शुरुआत में पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी देखने को मिल सकती है, जबकि मैदानी इलाकों में सर्दियों की पहली सक्रिय बारिश होगी. पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली में बारिश की संभावना जताई गई है. इस दौरान घना कोहरा और कहीं-कहीं शीत लहर की स्थिति थोड़े समय के लिए कमजोर पड़ सकती है. बारिश के बाद सख्त शीत लहर का असर देखने को मिल सकता है. इसके अलावा घना कोहरा फिर से छा सकता है.
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भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने दिल्ली-एनसीआर में 1 जनवरी 2026 को बारिश की संभावना जताई है. IMD के अनुसार, साल के पहले दिन आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और कुछ जगहों पर हल्की बारिश हो सकती है. सुबह के समय हल्के से मध्यम कोहरे की की संभावना है. वहीं, दिल्ली-एनसीआर का अधिकतम तापमान 18°C से 20°C और न्यूनतम तापमान 10°C से 12°C के बीच रह सकता है.
वहीं, 30 दिसंबर से 2 जनवरी के बीच जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में हल्की से मध्यम बारिश या बर्फबारी होने की प्रबल संभावना है. वहीं इस बीच हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ इलाकों में भी हल्की से मध्यम बारिश या बर्फबारी देखने को मिल सकती है.