बिहार आर्थिक अपराध इकाई (Economic Offences Unit) NEET UG पेपर लीक मामले की जांच CBI को सौंप रही है. EOU ने पेपर लीक मामले को सीबीआई को सौंपने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. CBI के जांच शुरू करने से पहले नीट यूजी पेपर लीक मामले में बिहार EOU ने जांच की डिटेल शेयर की है. EOU ने कहा है कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की ओर से पेपर के स्टोरेज, ट्रांसपोर्टेशन और हैंडओवर के बारे में दिए गए डिटेल से पता चलता है कि इस सिस्टम में खामियां हैं. EOU का कहना है कि यह अभी भी जांच का विषय है कि यह किस बिंदु पर लीक हुआ.
जांच में संजीव मुखिया गिरोह की संलिप्तता का पता चला है, जो नालंदा, बिहार का निवासी है. जांच से पता चलता है कि लीक हुए पेपर को हल करके आरोपी बलदेव उर्फ चिंटू को भेजा गया था, जिसने फिर उसे प्रिंट करके लर्न बॉयज प्ले स्कूल में छात्रों को दिया. चिंटू संजीव मुखिया के गिरोह का सदस्य है. पेपर कोड का मिलान झारखंड के हजारीबाग स्थित एक केंद्र से किया गया है.
EOU ने जांच में पाया है कि पेपर की पैकेजिंग के माध्यम से कस्टडी की चेन टूटी थी, जिसमें छेड़छाड़ की गई थी. पुलिस ने कागज के स्टोरेज और ट्रांसपोर्टेशन के लिए जिम्मेदार SBI और ब्लूडार्ट के कर्मचारियों से भी पूछताछ की है. चिंटू से पूछताछ और झारखंड सरकार की ओर से उपलब्ध कराए गए लिफाफे और बॉक्स से यह बात और पुख्ता हो गई है कि यह एक अंतरराज्यीय गिरोह है और इसके अन्य सदस्य अभी भी फरार हैं.
जांच के लिए गई CBI की टीम पर हमला
UGC NET पेपर लीक की जांच करने पहुंची सीबीआई टीम पर हमले की खबर सामने आई है. मिली जानकारी के अनुसार घटना शनिवार शाम की है. टीम बिहार के नवादा जिले के कसियाडीह गांव पहुंची थी, यहां पर ग्रामीणों ने उन पर हमला बोल दिया. हालांकि पहले जानकारी मिली थी कि ग्रामीणों ने CBI टीम को नकली समझकर हमला किया था, लेकिन असल में जब टीम ने कार्रवाई के तहत पेपर लीक में इस्तेमाल हुए फोन को जब्त किया तो तुरंत ही आरोपी के परिवार वालों और ग्रामीणों ने हमला बोल दिया.