भोपाल पुलिस ने तीन शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है, जो बेहद पढ़े-लिखे बैकग्राउंड से हैं और चोरी करने कार से जाते थे. चोरी के पैसों और गहने से लोन लेकर ये लोग उस रकम को रियल इस्टेट में इंवेस्ट कर देते थे. पुलिस ने इनके पास से भारी मात्रा में कैश, चोरी के गहने और वारदात में इस्तेमाल कार बरामद कर ली है. इनकी गिरफ्तारी से 1 करोड़ 50 लाख रुपये की चोरी का खुलासा हुआ है. भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारि मिश्रा ने आजतक से बात करते हुए बताया कि 14 मई, 2025 को शहर के दानिश कुंज इलाके में हुई चोरी हुई थी, जिसकी जांच के दौरान चोरी वाले घर के पास लगे सीसीटीवी कैमरे में सफेद रंग की कार की गतिविधियां पुलिस को संदिग्ध लगी.
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कार का नंबर अधूरा था इसलिए कार मालिक की जानकारी नहीं मिल पा रही थी. लेकिन इसी दौरान पुलिस को मुखबिरों से जानकारी मिली कि विदिशा का रहने वाला यशवंत रघुवंशी और रायसेन निवासी भूपेंद्र साहू जो वर्तमान में कटारा हिल्स, भोपाल में रहते हैं, उनके पास ऐसी ही एक सफेद रंग की कार है, जिसका नंबर सीसीटीवी में दिखी कार से मेल खाता है. इनके अलावा इनका एक दोस्त अभिलाष विश्वकर्मा भी इनके साथ रहता है, जो चोरी के प्रकरण में पहले तेलंगाना के वारंगल जेल में बंद रह चुका है. इस जानकारी के आधार पर यशवंत रघुवंशी को जिला विदिशा, भूपेन्द्र साहू को भोपाल के कटारा हिल्स और अभिलाष विश्वकर्मा को जिला छिंदवाडा से हिरासत मे लेकर पूछताछ की गई.
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तीनों ने भोपाल के अलग-अलग इलाकों में चोरी करना स्वीकार कर लिया. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होने अपने साथियो के साथ थाना कोलार रोड इलाके में तीन और थाना कटारा हिल्स इलाके में 1 चोरी की वारदात को अंजाम दिया है. आरोपियों ने बताया कि वे दिन के समय कार से घूम कर सूने मकानों की रेकी करते थे और चोरी वाला घर चुन लेने के बाद भोपाल के बाहर रहने वाले उनके साथियों को बुलाकर होटल में रुकवाते थे. रात में चोरी करके बाहर की गैंग वाले सदस्यों को उनका हिस्सा देकर वापस भेज देते थे. उसके बाद चोरी किए गहनों को मंडीदीप स्थित सोने के बदले लोन देने वाली निजी फायनेंस कंपनी में जमा कर गोल्ड लोन लेते थे और इस रकम को रियल इस्टेट में इन्वेस्ट कर देते थे.
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पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि तीनों आरोपी बेहद पढ़े लिखे हैं. इनमें से 2 आरोपी यशवंत रघुवंशी और अभिलाष विश्वकर्मा ने कंप्यूटर साइंस से इंजिनियरिंग कर रखी है और तीसरा आरोपी भुपेंद्र साहू भोपाल में प्राइवेट जॉब करता है. पुलिस ने तीनों आरोपियों के कब्जे से लगभग 22 लाख रुपये कीमत के सोने-चांदी के गहने, चांदी के सिक्के और 24 हजार रुपये नगद जब्त किए हैं. आरोपियों द्वारा लगभग 40 लाख रुपये का सोना मुत्थुट फायनेंस प्रा.लि. मंडीदीप ब्रांच में रखा था, जिसे फ्रीज कर जांच के दायरे में लिया गया है. इसके अलावा आरोपियों के खातों से लगभग 60 लाख रुपये का लेन देन का रिकॉर्ड मिला है. इसलिए सभी खातों को फ्रीज कर जांच के दायरे में लिया गया है.