बढ़ती गर्मी के बीच मौसम विभाग का कहना है कि पूरे उत्तर बेल्ट में फिलहाल हीटवेव की स्थिति बनी रहेगी. बिहार में भीषण गर्मी से लोग परेशान हैं और 45 से 47 डिग्री तक के तापमान पर आग की बरसात को झेल रहे हैं. लखनऊ में लगातार चढ़ते पारे से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. लू की चपेट में आने से लोग बेहाल हैं. मौसम विभाग (IMD) की ताज़ा जानकारी के मुताबिक, मॉनसून की सुस्त चाल के कारण देश के उत्तर-पश्चिम और पूर्वी हिस्सों में अगले कुछ दिन तक भीषण गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है.
चार दिन तक भीषण गर्मी का अनुमान
उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, चंडीगढ़ और झारखंड में अगले चार दिन तक तापमान 42 से 46 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है. यह इन राज्यों के निवासियों के लिए मुश्किल भरे दिन साबित हो सकते हैं.
17 जून से राहत की उम्मीद
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, 17 जून से इन राज्यों में कुछ राहत मिलने की संभावना है. 17 जून से पहले राहत की कोई उम्मीद नहीं है. इसके बाद तापमान में गिरावट और मॉनसून की सक्रियता देखी जा सकेगी.
मॉनसून की धीमी गति
केरल में समय पर पहुंचने के बावजूद, महाराष्ट्र और गुजरात में मॉनसून की गति धीमी हो गई है. अगर अगले 48 घंटों में मॉनसून आगे नहीं बढ़ता है, तो उत्तर भारत में इसके आगमन में एक सप्ताह तक की देरी हो सकती है.
खेती किसानी पर प्रभाव
मॉनसून की देरी भारतीय कृषि क्षेत्र पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है. कृषि क्षेत्र भारत की 3.5 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देता है और मॉनसून इसके लिए जीवनरेखा की तरह है.
कई राज्यों में अलर्ट
उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है. इसके अलावा, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश और बंगाल के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. झारखंड में गर्मी के कारण स्कूलों में 15 जून तक छुट्टी कर दी गई है, जबकि पश्चिम बंगाल में स्कूल के समय में बदलाव किया गया है.
भारी वर्षा और भूस्खलन
उत्तर भारत में गर्मी का कहर जारी है, जबकि दक्षिण, पश्चिम, मध्य और पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश हो रही है. महाराष्ट्र के ठाणे जिले में भूस्खलन में दो लोगों की मौत हो गई है और इस महीने अब तक कुल 14 लोगों की वर्षा जनित घटनाओं में मौत हुई है.