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पेगासस विवाद: रक्षा मंत्रालय ने संसद में बताया- NSO ग्रुप से कोई ट्रांजैक्शन नहीं हुआ

राज्यसभा में रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को एक लिखित जवाब में बताया है कि NSO ग्रुप ऑफ टेक्नोलॉजीस के साथ मंत्रालय का कोई भी लेन-देन नहीं हुआ है. 

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राज्यसभा में रक्षा मंत्रालय ने दिया जवाब (प्रतीकात्मक तस्वीर)
राज्यसभा में रक्षा मंत्रालय ने दिया जवाब (प्रतीकात्मक तस्वीर)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • NSO ग्रुप से जुड़े सवाल पर रक्षा मंत्रालय ने दिया जवाब
  • रक्षा मंत्रालय ने बताया- NSO ग्रुप से कोई ट्रांजैक्शन नहीं हुआ

संसद के मौजूदा सत्र में विपक्षी दल लगातार पेगासस जासूसी का मामला उठा रहे हैं और सरकार से चर्चा की मांग कर रहे हैं. संसद में इस मसले पर चर्चा तो अभी तक नहीं हो पाई है, इस बीच इस विवाद से जुड़े एक सवाल का जवाब राज्यसभा में दिया गया है. 

राज्यसभा में रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को एक लिखित जवाब में बताया है कि NSO ग्रुप ऑफ टेक्नोलॉजी के साथ मंत्रालय का कोई भी लेन-देन नहीं हुआ है. 

बता दें कि NSO ग्रुप वही इजरायली कंपनी है जिसके स्पाईवेयर पेगासस की मदद से जासूसी के आरोप लगाए जा रहे हैं और संसद में विपक्ष लगातार सरकार के खिलाफ आवाज उठा रहा है. 

इसी बीच सोमवार को राज्यसभा में सदस्य वी. शिवदासन रक्षा मंत्रालय से खर्चों से जुड़े कुछ सवाल पूछे थे. इसी में ये सवाल भी पूछा गया था कि क्या सरकार ने NSO ग्रुप के साथ कोई ट्रांजैक्शन किया है. 

इस सवाल पर राज्यसभा में दिए गए एक लिखित जवाब में रक्षा मंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि मंत्रालय का NSO ग्रुप ऑफ टेक्नोलॉजीस के साथ कोई लेन-देन नहीं हुआ है.

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संसद में लगातार हो रहा हंगामा

पेगासस जासूसी का मामला संसद के मौजूदा मॉनसून सत्र के शुरू होने से ठीक पहले सामने आया था. 19 जुलाई को सत्र का आगाज हुआ था और तब से ही संसद के दोनों सदनों में लगातार विपक्षी सांसद इस मुद्दे को उठा रहे हैं. स्थगन प्रस्ताव देकर चर्चा की मांग की जा रही है, सरकार के खिलाफ नारेबाजी की जा रही है, जासूसी बंद करो की आवाजा उठाई जा रही है. हालांकि, अभी तक संसद में इस मसले पर चर्चा नहीं की गई है. यही वजह है कि ये पूरा सत्र हंगामे की भेंट चढ़ता जा रहा है.


 

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