एक के बाद एक कई राज्यों में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की शुरुआत हो रही है. आधुनिक और लग्जरी फील देने वाली इस ट्रेन में सफर करना अपने आप में एक शानदार अनुभव है. ऐसे में कई लोग इस ट्रेन में सवार होने के बाद सेल्फी लेते हुए भी नजर आते हैं. अब कुछ लोग तो सिर्फ फोटो खिंचाने के लिए भी इस ट्रेन में आने लगे हैं.
ऐसा ही एक वाकया आंध्र प्रदेश के राजमुंदरी में सामने आया. जहां एक शख्स सेल्फी लेने के लिए वंदे भारत ट्रेन के कोच में सवार हो गया. ट्रेन में चढ़ने ही उसने एक के बाद एक कई सेल्फी क्लिक कीं. लेकिन ट्रेन चलने से पहले जैसे ही वह उतरने लगा अचानक ट्रेन के दरवाजे बंद हो गए और वह ट्रेन के अंदर ही फंस गया. इसके बाद उसे ट्रेन में ही 200 किलोमीटर तक सफर करना पड़ा.
जिस वक्त शख्स वंदे भारत के कोच में घुसा, वह राजमुंदरी स्टेशन पर रुकी थी. दरवाजे बंद होने के बाद उसने टिकट चेकर से दरवाजा खोलने की मिन्नत की, लेकिन टीसी ने इसमें असमर्थता जाहिर कर दी. इसके बाद वह ट्रेन में सवार होकर 190.6 किलोमीटर दूर विशाखापत्तनम तक गया और वहां से किसी तरह वपास लौटा. टीसी ने उससे विशाखापत्तनम तक का किराया लिया और वहां उसे ट्रेन से उतार दिया.
बता दें कि मकर संक्रांति के अवसर पर 15 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठवीं वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी. यह वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन तेलंगाना के सिकंदराबाद से आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम के बीच चल रही है. इन दोनों स्टेशनों के बीच की दूरी करीब 700 किमी है, जिसे वंदे भारत से तय करने में 8 घंटे का समय लगता है. दोनों तरफ की यात्रा में यह राजमुंदरी, विजयवाड़ा और वारंगल में रुकती है. दक्षिण भारत की पहली वंदे भारत ट्रेन मैसूरू से चेन्नई के बीच शुरू हुई थी, जिसका संचालन वर्तमान में जारी है.
इन रूट्स पर चली वंदे भारत
- हावड़ा-न्यू जलपाईगुड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस
- वाराणसी-नई दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेसॉ
- मुंबई-गांधीनगर-वंदे भारत एक्सप्रेस
- बिलासपुर-नागपुर वंदे भारत एक्सप्रेस
- नई दिल्ली-वैष्णो देवी वंदे भारत एक्सप्रेस
- दिल्ली-अंदौरा वंदे भारत एक्सप्रेस
- मैसूर-चेन्नई वंदे भारत एक्सप्रेस
वंदे भारत ट्रेन अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है. इनमें जीपीएस आधारित सूचना सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे, वैक्यूम आधारित बायो टॉयलेट, ऑटोमैटिक स्लाइडिंग डोर समेत तमाम सुविधाएं हैं. नई खूबियों से लैस नेक्स्ट जनरेशन वाली वंदे भारत 2.0 ट्रेन में कवच (ट्रेन कोलिजन अवॉइडेंस सिस्टम) की सुविधा है.