कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो के आरोपों के बाद भारत और कनाडा के संबंधों में काफी तनाव आ गया है. दोनों देश अपने-अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी तक जारी कर चुके हैं. इन बिगड़े हुए हुए हालातों के बीच अकाली दल के सांसद सुखबीर सिंह बादल का बयान सामने आया है. उन्होंने दोनों देशों के बिगड़ते रिश्तों पर चिंता जाहिर करते हुए संबंधों में जल्द सुधार होने की उम्मीद जताई है. उन्होंने गुरुवार को गृहमंत्री से अमित शाह से भी मुलाकात की है.
सुखबीर सिंह बादल ने कहा,'भारत से बड़ी तादाद में लोग कनाडा जाते हैं और वहां से भारत भी आते हैं. मेरे पास हजारों लोगों के कॉल आ रहे हैं. सब पैनिक में हैं. दोनों देशों के संबंध खराब होने से लाखों लोगों की जिंदगी प्रभावित हो रही है. बहुत सारे पंजाबी कनाडा में बस गए हैं. पंजाब में दहशत का माहौल है. इसलिए भारत और कनाडा की सरकारों को इस मुद्दे का समाधान ढूंढना चाहिए.'
पीएम मोदी को लिखा पत्र
उन्होंने कहा, 'दोनों देशों (भारत और कनाडा) के बीच संबंधों को शीर्ष स्तर पर तय करने की जरूरत है. इसका खामियाजा देश की जनता को नहीं भुगतना चाहिए. मैं पीएम को पत्र इसलिए लिख रहा हूं, क्योंकि इसे जल्द निपटाने की जरूरत है. अगर यह हाथ से निकल गया था तो इसका असर बहुत सारे भारतीयों खासकर सिखों और पंजाब के लोगों पर पड़ेगा.
सिखों की गलत इमेज बन रही
सुखबीर ने आगे कहा कि एक इमेज बन रही है कि सिख आतंकवाद के साथ जुड़े हुए हैं. लेकिन यह गलत है. सिख तो राष्ट्रवादी होते हैं. जंग भी लड़ते हैं. कुर्बानी भी देते हैं. ये गलत इमेज बनाई जा रही है, उसे रोकना चाहिए.
ट्रूडो ने संसद में दिया था ये बयान
बता दें कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अपनी संसद के निचले सदन में भारत पर बेहद गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने कहा था कि कनाडा में मारे गए हरदीप सिंह निज्जर की मौत में भारत सरकार का हाथ हो सकता है. उन्होंने आगे कहा था कि कनाडा की जांच एजेंसियां इस मामले की जांच कर ही है. उनके इस बयान के कुछ देर बाद ही कनाडा की विदेश मंत्री ने बताया था कि ट्रूडो ने उनके मित्र मुल्कों से भी इस मामले को भारत के सामने उठाने की अपील की है.