कोलकाता के सबसे बड़े सुपर-स्पेशियलिटी सरकारी अस्पतालों में से एक, सेठ सुखलाल करनानी मेमोरियल अस्पताल (SSKMH) ने केवल पांच दिनों में 200 से अधिक सर्जरी करके एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है. यह उपलब्धि उस आम धारणा को चुनौती देती है कि सरकारी अस्पतालों में काम नहीं होता.
सेठ सुखलाल करनानी मेमोरियल अस्पताल की इस उपलब्धि का श्रेय डायरेक्टर मणिमोय बनर्जी, डॉ. अभिमन्यु बसु और डॉ. दीप्तेंद्र सरकार सहित वरिष्ठ डॉक्टरों की पहल को दिया जा सकता है. 30 से अधिक डॉक्टरों की एक टीम ने मिलकर प्रतिदिन 35-40 ऑपरेशन किए. बताया गया है कि सर्जरी और लेप्रोस्कोपी विभाग के प्रमुख डॉ. और प्रोफेसर अभिमन्यु बसु और डॉ. दीप्तेंद्र सरकार की देखरेख में यह काम सफल रहा.
यह भी पढ़ें: RSS की रैली पर बंगाल सरकार की आपत्ति खारिज, जानें कलकत्ता हाईकोर्ट का पूरा आदेश
बताया जाता है कि रिकॉर्ड के मुताबिक 30 से ज्यादा डॉक्टर एक साथ मिलकर एक दिन में करीब 35 से 40 ऑपरेशन करते थे. सर्जरी और लेप्रोस्कोपी विभाग के सर्जन दीप्तेंद्र सरकार ने कहा, 'हम दूसरों के लिए एक उदाहरण स्थापित करना चाहते थे. इसी तरह काम किया जाना चाहिए. हम सभी डॉक्टर चाहते थे कि ये सर्जरी जल्दी से हो जाएं.'
वहीं डॉ. सिराज अहमद ने कहा, 'हम देख रहे थे कि कई सर्जरी लंबित थीं. इस अस्पताल में हर दिन हजारों लोग इलाज के लिए आते हैं. नतीजतन, उस मामले में सर्जरी की तारीख तय करने में देरी हुई. पहले, अगर बहुत अधिक सर्जरी होती थी, तो हम एक दिन में 10 सर्जरी करते थे. लेकिन अब हमने आपस में फैसला किया कि हम और अधिक कर सकते हैं. और हम यही कर रहे हैं. इस बार, हमने 5 दिनों में 200 से अधिक सर्जरी की हैं.'
यह भी पढ़ें: बंगाल में वेलेंटाइन डे पर TMC का 'कपल्स प्रोटेक्शन स्क्वाड' का ऐलान, बजरंग दल की धमकी के बाद फैसला
अस्पताल की इस उपलब्धि से मरीजों के परिजनों में खुशी है और कई लोगों का मानना है कि आने वाले दिनों में इस प्रवृत्ति से सरकारी अस्पतालों की स्थिति में सुधार जारी रहेगा। एसएसकेएम अस्पताल अपनी चिकित्सा सुविधाओं को और बढ़ाते हुए, टाटा मेमोरियल अस्पताल के सहयोग से एक कैंसर देखभाल केंद्र स्थापित करने के लिए भी तैयार है.