कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक महिला डॉक्टर के साथ रेप और उसकी हत्या के मामले में देश में लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. वहीं इस मामले में आरोपी संजय रॉय के साथ-साथ पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष और पीड़िता के साथी 4 डॉक्टर के साथ एक वॉलिंटियर का आज पॉलीग्राफ टेस्ट हो रहा है. डॉ. घोष से सीबीआई 8 दिन में 88 घंटे से ज्यादा की पूछताछ कर चुकी है.
इस बीच पीड़िता के माता-पिता ने शुक्रवार को सीबीआई जांच पर भरोसा जताया. उन्होंने यह भी कहा कि वे आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के छात्रों के प्रदर्शन में शामिल हो सकते हैं, जहां 9 अगस्त को उनकी बेटी का शव मिला था.
पुलिस ने किसी को बचाने की कोशिश की
मृतक डॉक्टर के पिता ने उत्तर 24 परगना जिले में अपने आवास पर मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘शुरू से ही हमें लगा कि (राज्य) प्रशासन और पुलिस किसी को बचाने की कोशिश कर रही है, कुछ छिपाने की कोशिश कर रही है क्योंकि एक अकेला व्यक्ति इस तरह के अपराध को अंजाम नहीं दे सकता.’
यह भी पढ़ें: कोलकाता रेप केस: संदीप घोष और 4 डॉक्टरों का पॉलीग्राफ टेस्ट शुरू
मृतक डॉक्टर की मां ने कहा कि उन्हें कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल की बात आश्वस्त करने वाली नहीं लगी.उन्होंने कहा, ‘हमें लगा कि वे व्यापक तरीके से जांच नहीं कर रहे. वे बहुत जल्दबाजी में थे.”
मृतक डॉक्टर के पिता ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष के बारे में कहा, 'हम उनसे बात नहीं कर पाए हैं. जिस दिन घटना हुई, उन्होंने हमें बुलाया था लेकिन छात्रों ने हमें जाने से मना कर दिया था. वह वहां (घटना स्थल) आए थे लेकिन उन्होंने हमसे बात नहीं की.'
डॉक्टरों के प्रदर्शन में शामिल हो सकते हैं माता-पिता
पीड़िता के पिता ने कहा, ‘कोलकाता पुलिस ने हमें गुमराह करने की कोशिश की… हमें सीबीआई जांच पर भरोसा है.’ एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वे आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में डॉक्टरों के प्रदर्शन में शामिल हो सकते हैं. उन्होंने कहा, ‘हम आने वाले दिनों में इस बारे में फैसला करेंगे.’
जब उनसे पूछा गया कि क्या वे आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की अनियमितताओं को लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे? तो उन्होंने कहा, "अगर जरूरत पड़ी तो हम दरवाजा खटखटाएंगे. हमने अभी तक कोई फैसला नहीं किया है.
यह भी पढ़ें: कोलकाता कांड में कहां तक पहुंची CBI की जांच, क्या हुए नए और चौंकाने वाले खुलासे, 10 पॉइंट्स में समझें
वहीं कोलकाता हाईकोर्ट ने आरजी कर अस्पताल में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंपा था. इसके बाद राज्य द्वारा गठित 4 सदस्यीय एसआईटी ने कथित वित्तीय अनियमितताओं से संबंधित सभी दस्तावेज सीबीआई को सौंप दिए हैं.
हत्या और रेप के मामले में केवल एक ही शख्स शामिल
आपको बता दें कि सीबीआई ने फोरेंसिक रिपोर्ट देखी है. अब तक की जांच में यह बात निकलकर आई है कि संजय रॉय ने पीड़िता का बलात्कार किया और फिर हत्या की थी. डीएनए निष्कर्षों ने भी संजय रॉय की संलिप्तता की पुष्टि की है. सीबीआई ने सीसीटीवी फुटेज भी देखी है, जिसमें संकेत मिलता है कि अपराध संजय रॉय ने किया था. सीबीआई ने अटॉप्सी रिपोर्ट भी देखी है.
अभी तक यह बलात्कार और हत्या का मामला प्रतीत होता है न कि गैंगरेप का. हालांकि, सीबीआई ने अभी तक और लोगों की संलिप्तता और गैंगरेप की थ्योरी पर अपनी जांच पूरी नहीं की है. सीबीआई इस पर अंतिम राय लेने के लिए स्वतंत्र फोरेंसिक रिपोर्ट विशेषज्ञों की मदद ले सकती है.