मेरठ में जेई की 6 साल की बेटी के अपहरण के आरोपियों को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों की लोकेशन नौचंदी मैदान के पास मिली थी, जिस पर पुलिस ने उनकी घेराबंदी की. इस दौरान एक आरोपी ने पुलिस पर फायरिंग कर दी, जिसके जवाब में पुलिस ने फायरिंग की. दोनों आरोपियों के पैर में गोली लगने के बाद वे घायल हो गए. पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया, वहीं तीसरे आरोपी को भी पकड़ लिया गया.
मेरठ के शास्त्री नगर इलाके में सोमवार को एक 6 साल की बच्ची का अपहरण कर लिया गया था. बच्ची का अपहरण तब हुआ जब स्कूल की छुट्टी के बाद उसे स्कूल का ऑटो ड्राइवर घर के बाहर छोड़कर गया था. अपहरणकर्ताओं ने बच्ची के परिजनों से तीन करोड़ रुपये की फिरौती मांगी. जैसे ही घटना की सूचना मिली, पुलिस ने तुरंत इलाके में चेकिंग अभियान शुरू कर दिया और बच्ची की तलाश शुरू कर दी. कुछ घंटों बाद ही अपहरणकर्ता बच्ची को उसके घर के बाहर छोड़कर भाग गए. पुलिस ने अपहरणकर्ताओं की तलाश जारी रखी और देर रात मुठभेड़ के बाद तीन अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया, जिसमें से दो को गोली लगने से घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
यह घटना मेरठ के नौचंदी थाना क्षेत्र के शास्त्री नगर की है, जहां महबूब नामक व्यक्ति, जो जल निगम में जेई हैं, की 6 साल की बेटी का अपहरण किया गया. अपहरण के बाद उनसे तीन करोड़ रुपये की फिरौती मांगी गई. पुलिस ने सूचना मिलते ही इलाके में चेकिंग शुरू की और अपहरणकर्ताओं की तलाश शुरू कर दी. करीब 2 घंटे बाद अपहरणकर्ता बच्ची को वापस उसके घर पर छोड़कर फरार हो गए.
पुलिस की जांच के दौरान महबूब के पूर्व ड्राइवर आकाश पर शक हुआ. पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि आकाश अपने साथियों के साथ नौचंदी मैदान के पास देखा गया है. पुलिस ने उन्हें पकड़ने के लिए घेराबंदी की, लेकिन आकाश और उसके साथियों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी. जवाबी फायरिंग में आकाश और उसके एक साथी राजू के पैर में गोली लगी, जिससे वे घायल हो गए और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. इनके तीसरे साथी अजय को भी पुलिस ने घेराबंदी करके गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने इनके पास से अपहरण में इस्तेमाल की गई सेंट्रो कार, एक मोबाइल फोन, दो तमंचे, दो खोखा कारतूस और एक जिन्दा कारतूस बरामद किए हैं.
मेरठ के एसपी सिटी आयुष विक्रम ने बताया कि शास्त्री नगर क्षेत्र में एक 6 साल की बच्ची का अपहरण किया गया था. पूरे इलाके में नाकाबंदी की गई थी, और करीब 2 घंटे बाद बच्ची सकुशल घर वापस आ गई थी. पुलिस ने मामले की जांच के बाद महबूब के पूर्व ड्राइवर आकाश पर शक जताया और उसे पकड़ने की कोशिश की. सूचना मिलने पर नौचंदी मैदान के पास उसे घेरने का प्रयास किया गया, लेकिन उसने और उसके साथियों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी. जवाबी फायरिंग में आकाश और राजू घायल हो गए, जबकि अजय को भी गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस ने बताया कि महबूब ने 6 महीने पहले आकाश को नौकरी से निकाल दिया था और उस पर ₹50,000 की चोरी का आरोप था. आकाश के दोस्त राजू, जो जल निगम में काम करता है, ने भी इस अपहरण की साजिश में उसका साथ दिया. इन दोनों ने अपने एक और साथी अजय के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया. घटना से पहले इन्होंने पूरी योजना बनाई थी और गाड़ी किराए पर लेकर बच्ची का अपहरण किया. पुलिस की सख्ती से घबराकर इन्होंने बच्ची को वापस छोड़ दिया और फरार हो गए थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.