केरल के कन्नूर जिले से एक हृदयविदारक घटना सामने आई है. जहां बच्चों की कस्टडी के कानूनी आदेश के बाद हंसता-खेलता परिवार खत्म हो गया. एक पिता और दादी ने दो मासूम बच्चों को जहर देकर खुदकुशी कर ली. यह आत्मघाती कदम उस अदालती आदेश के बाद उठाया गया, जिसमें बच्चों को उनकी मां को सौंपने का आदेश दिया गया था.
मृतकों की पहचान कलाधरन (36), उनकी 56 वर्षीय मां उषा और कलाधरन के दो मासूम बच्चों हिमा (6) और कन्नन (2) के रूप में हुई है. कलाधरन और उनकी पत्नी के बीच फैमिली कोर्ट में मामला चल रहा था. कोर्ट ने हाल ही में आदेश दिया था कि बच्चों को उनकी मां के पास रहने के लिए भेज दिया जाए.
कोर्ट के आदेश के बाद पत्नी के परिवार ने बच्चों की कस्टडी के लिए पुलिस से संपर्क किया था. पुलिस ने कलाधरन के पिता उन्नीकृष्णन को फोन कर सोमवार बच्चों को सौंपने का निर्देश दिया था.
माना जा रहा है कि बच्चों को खुद से दूर भेजने के गम में कलाधरन और उनकी मां उषा ने पहले बच्चों को जहर दिया और फिर बेडरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
पिता ने देखा बंद दरवाजा और सुसाइड नोट
कलाधरन के पिता एके उन्नीकृष्णन पेशे से ऑटो ड्राइवर हैं. जब रात 9 बजे काम से लौटे तो घर का दरवाजा अंदर से बंद मिला. कई बार बुलाने और दरवाजा खटखटाने पर भी जब अंदर से कोई हलचल नहीं हुई, तो वे घबरा गए. उन्हें घर के बाहरी हिस्से में एक सुसाइड नोट मिला, जिसे लेकर वे तुरंत पुलिस स्टेशन पहुंचे.
पुलिस के आने के बाद जब दरवाजा तोड़ा गया, तो अंदर का मंजर देखकर सबके होश उड़ गए. देखा गया कि बच्चे फर्श पर मृत पड़े थे और मां-बेटे फंदे से लटके थे.
कन्नूर ग्रामीण एसपी अनुज पालीवाल के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और सुसाइड नोट के आधार पर जांच कर रही है कि क्या परिवार पर किसी तरह का मानसिक दबाव था या धमकी दी गई थी.