खालिस्तानी आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा की मौत को लेकर सस्पेंस बरकरार है. जहां एक ओर पंजाब पुलिस के सूत्रों ने दावा किया है कि पाकिस्तान में रिंदा की मौत हो गई है. वह पिछले कई दिनों से लाहौर के एक अस्पताल में भर्ती था. वहीं, 'हरविंदर सिंह रिंदा' नाम से बने एक फेसबुक पोस्ट से दावा किया गया, 'जिंदा हूं मैं'. हालांकि, भारतीय खुफिया एजेंसियां इस पोस्ट के पीछे भी ISI का हाथ मान रही हैं. दरअसल, पाकिस्तान और उसकी खुफिया एजेंसियां ये कभी नहीं चाहेंगी कि दुनिया के सामने ये बात सामने आए कि उसने खालिस्तानी आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा को अपने घर में शरण दे रखी है.
खालिस्तानी आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा पंजाब के पुलिस खुफिया विभाग के हेडक्वार्टर पर RPG अटैक समेत तमाम हमलों में शामिल रहा है. माना जाता है कि वह पिछले कुछ सालों से पाकिस्तान में रह रहा था. रिंदा पाकिस्तान में रहकर भारत में हमले कराता रहा है. वह इसके लिए स्थानीय गैंगस्टर का इस्तेमाल करता है.
तरन तारन का रहने वाला था हरविंदर सिंह रिंदा
आतंकी हरविंदर पंजाब के तरन तारन का है. लेकिन वह बाद में महाराष्ट्र के नांदेड़ साहेब शिफ्ट हो गया था. हरविंदर सिंह पिछले कुछ सालों से पाकिस्तान में छिपा है. जांच में पता चला था कि वह फेक पासपोर्ट के जरिए नेपाल होते हुए पाकिस्तान पहुंचा था. रिंदा को सितंबर 2011 में तरन तारन में एक युवक की मौत के मामले में उम्रकैद की सजा हुई थी. 2014 में पटियाला सेंट्रल जेल के अधिकारियों पर हमला किया था. इतना ही नहीं अप्रैल 2016 में चंडीगढ़ में पंजाब यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष पर भी रिंदा ने गोलियां चलाई थीं. अप्रैल 2017 में रिंदा पर होशियारपुर सरपंच की हत्या का भी आरोप लगा था.
इससे पहले रिंदा का नाम खालिस्तानी समर्थक जगजीत सिंह ने भी लिया था. जगजीत सिंह को जून 2021 में 48 पिस्टल, 200 कारतूस के साथ पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार किया था. रिंदा पर पंजाब और महाराष्ट्र में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. पिछले साल दिसंबर में लुधियाना कोर्ट में हुए हमले में भी रिंदा का हाथ था.
इसके साथ ही में पंजाब के फरीदकोट में डेरा प्रेमी प्रदीप सिंह की हत्या के मामले में भी रिंदा का नाम सामने आया है. साल 2015 में हुए बरगाड़ी बेअदबी केस में आरोपी प्रदीप सिंह को सुबह ही शूटर्स ने मार दिया था. इस मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 3 शूटर्स को पकड़ा था, जिन्होंने रिंदा का नाम लिया था.
A प्लस कैटेगरी का आतंकी था रिंदा
रिंदा को पाकिस्तानी आतंकी संगठनों और भारत के गैंगस्टर के बीच की मुख्य कड़ी माना जाता रहा है. वह न सिर्फ पंजाब में कई आतंकी हमलों में शामिल रहा है, बल्कि वह पाकिस्तान से भारत में बड़े पैमाने पर ड्रग्स और हथियार भेजने में शामिल रहा है. उसे पंजाब में A प्लस कैटेगरी का गैंगस्टर घोषित किया गया था. वह महाराष्ट्र, चंडीगढ़, हरियाणा और पश्चिम बंगाल समेत अन्य जगहों पर दर्ज मामलों में भी वांटेड रहा है.
पाकिस्तान क्यों फैला रहा झूठ
भले ही हरविंदर सिंह रिंदा के नाम से फेसबुक प्रोफाइल बनाकर उसके जिंदा होने का दावा किया गया हो, लेकिन इसमें भी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी की चाल से इनकार नहीं किया जा सकता. सूत्रों के मुताबिक, हो सकता है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI ऐसा करके रिंदा का नाम जिंदा रखना चाहती हो. भारतीय खुफिया एजेंसी उस पोस्ट की सच्चाई पता लगाने में जुटा है, जिसमें रिंदा के जिंदा होने का दावा किया गया है.