इंडिगो एयरलाइन पिछले पांच दिनों से गंभीर परिचालन अव्यवस्था से जूझ रही है, जिसके चलते सैकड़ों उड़ानें रद्द हुईं और हजारों यात्रियों की यात्रा प्रभावित हुई. हालात बिगड़ने पर शनिवार को विमानन नियामक DGCA ने कड़ा रुख अपनाते हुए इंडिगो के CEO पीटर एल्बर्स और अकाउंटेबल मैनेजर इसिड्रो पोर्केरास को कारण बताओ नोटिस जारी कर 24 घंटे में जवाब देने को कहा.
DGCA ने नोटिस में कहा कि बड़े पैमाने पर उड़ानों की देरी और रद्दीकरण से स्पष्ट है कि एयरलाइन की योजना, निगरानी और संसाधन प्रबंधन में गंभीर चूक हुई है. नियामक के अनुसार, उड़ानों में आई अव्यवस्था का मुख्य कारण एयरलाइन द्वारा FDTL (फ़्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन) के नए नियमों के लिए समय पर पर्याप्त व्यवस्था न करना है.
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इसी बीच, इंडिगो ने अपने आधिकारिक बयान में स्वीकार किया कि नेटवर्क रीबूट के लिए उन्हें बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द करनी पड़ीं. एयरलाइन ने बताया कि शुक्रवार को उन्होंने 700 से थोड़ा अधिक उड़ानें संचालित कीं, जिसमें 113 गंतव्य जुड़े. इंडिगो ने कहा कि यह कदम सिस्टम, रोस्टर और नेटवर्क को स्थिर करने के लिए जरूरी था ताकि अगले दिन से संचालन सामान्य हो सके.
इंडिगो 1500 उड़ानें आज संचालित होंगी
एयरलाइन के बयान के अनुसार, आज रविवार को इंडिगो 1,500 से अधिक उड़ानें संचालित कर रही हैं और उनकी 95% नेटवर्क कनेक्टिविटी बहाल हो चुकी है. इंडिगो ने स्पष्ट किया कि वे 138 में से 135 गंतव्यों पर उड़ानें शुरू कर चुके हैं.
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एयरलाइन ने यात्रियों से मांगी माफी
एयरलाइन ने यात्रियों से माफी मांगते हुए कहा, "हम जानते हैं कि हमें अभी लंबा रास्ता तय करना है, लेकिन हम अपने ग्राहकों का भरोसा वापस पाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं. इस कठिन समय में सहयोग के लिए हम अपने यात्रियों और स्टाफ का आभार व्यक्त करते हैं."
वहीं, नागरिक उड्डयन मंत्री के रममोहन नायडू ने भी एयरलाइन CEO के साथ उच्च स्तरीय बैठक कर स्थिति की समीक्षा की. मंत्रालय ने इंडिगो को भविष्य में ऐसी अव्यवस्था न होने देने के लिए ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए हैं.