इंडिगो एयरलाइन के सीईओ पीटर एल्बर्स को मंगलवार को नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MoCA) के मुख्यालय में बुलाया गया. सूत्रों के अनुसार, बैठक में नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू और MoCA के सचिव समीर सिन्हा भी मौजूद थे. बैठक में इंडिगो की संचालन स्थिति, यात्रियों की देखभाल, रिफंड की स्थिति, पायलट और क्रू रॉस्टर की स्थिति और बैगेज (वापसी) की स्थिति पर चर्चा की गई. एविएशन मिनिस्ट्री द्वारा एयरलाइन CEO को बुलाए जाने के बाद सेंटर ने कैंसिलेशन कम करने के लिए इंडिगो के ऑपरेशंस में 10% की कटौती का आदेश दिया है.
क्राइसिस पर इंडिगो ने क्या कहा?
उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू के साथ मीटिंग से पहले इंडिगो ने मंगलवार को घोषणा की कि एक सप्ताह से अधिक समय तक जारी ऑपरेशनल संकट के बाद अब उसकी सभी उड़ानें सामान्य रूप से संचालित हो रही हैं. कंपनी ने कहा कि उसका ऑन-टाइम परफॉर्मेंस सामान्य स्तर पर लौट आया है और बुधवार को लगभग 1900 उड़ानों को संचालित करने की योजना है.
1800 से अधिक उड़ानें संचालित करने का दावा
कंपनी के आधिकारिक बयान में कहा गया कि नेटवर्क में लगातार सुधार के बाद सभी शेड्यूल्ड उड़ानें ऑपरेट होंगी. एयरपोर्ट पर फंसे लगभग सभी लगेज अब अपने ग्राहकों तक पहुंच चुके हैं, बाकी को जल्द ही वितरित किया जाएगा. वर्तमान में इंडिगो अपने 138 स्टेशनों पर 1800 से अधिक उड़ानें संचालित कर रही है. इसके साथ ही कंपनी ने अपने ग्राहकों के लिए कैंसिलेशन पर फुल रिफंड की प्रक्रिया को वेबसाइट पर आसान और ऑटोमेटेड कर दिया है.
मीटिंग से पहले इंडिगो के CEO पीटर एल्बर्स ने वीडियो मैसेज में कहा कि एयरलाइन अब पूरी तरह से स्थिर हो गई है और सभी रूट्स पर उड़ानें संचालित हो रही हैं. उन्होंने ग्राहकों से खेद व्यक्त करते हुए बताया कि संकट की शुरुआत 5 दिसंबर को हुई थी, जब केवल 700 फ्लाइट्स ही ऑपरेट हो सकीं.
लोकसभा में क्या बोले नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू?
इस बीच लोकसभा में नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने स्पष्ट किया कि इंडिगो को नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों में कोई विशेष छूट नहीं दी जाएगी. उन्होंने कहा कि कोई भी एयरलाइन, चाहे कितनी बड़ी क्यों न हो, यात्रियों को इस तरह परेशान नहीं कर सकती. उन्होंने डोमेस्टिक एयरलाइन मार्केट में नई कंपनियों को बढ़ावा देने की भी बात कही, क्योंकि इंडिगो का मार्केट शेयर लगभग 65 प्रतिशत है.
डीजीसीए ने अस्थायी रूप से इंडिगो को FDTL नियमों में छूट दी थी, जिसे लेकर आलोचना हुई. कंपनी ने सिविल एविएशन मंत्रालय को जवाब देते हुए टेक्निकल गड़बड़ी, विंटर शेड्यूल संक्रमण, खराब मौसम और नए FDTL नियमों को इस संकट के कारण के रूप में बताया है.