इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2021 साउथ में हुआ सेशन 'फ्लैशप्वाइंटः पॉलिटिक्स ऑफ डिवाइड- हूज इंडिया इट इस' बेहद धमाकेदार रहा. इसमें बेंगलुरु के भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या और कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने जमकर सरकार के बारे में और उनके विरोध में बातें कहीं. सुप्रिया ने पूछा कि किसानों के मुद्दे पर पीएम मोदी खुद क्यों नहीं सामने आए. उन्होंने क्यों नहीं बात की. 260 किसानों की मौत पर कुछ कहा क्यों नहीं. तब तेजस्वी सूर्या ने कहा कि उन्होंने पूरी सरकार लगा दी किसानों के लिए. खुद भी कई बार बात करने के लिए कहा लेकिन विपक्ष किसानों को भड़का रहा था.
सुप्रिया ने कहा कि 8 तिमाहियों से गिरते गिरते नीचे आ गए हैं. इसके लिए कोरोना वायरस के पीछे छिपने की जरूरत नहीं है. मुझे समझ में नहीं आता कि डिमोनेटाइजेशन के समय से समाज के हर उद्योग को खत्म कर दिया गया. आपने हर क्षेत्र में एक मोनोपोली स्थापित कर दिया है. ट्रांसपोर्ट में, जहाजरानी में, इंड्स्ट्री में हर जगह पर. जब चर्चा की बात की जाती है तो लोग रास्ता बदल लेते हैं. खेती के नियमों को बदलना चाहिए. पीएम ने कहा कि वो एक कॉल की दूरी पर हैं, लेकिन उसी दिन हरियाणा के 18 जिलों में इंटरनेट बंद था.
कृषि कानून से किसानों को फायदा लेकिन विपक्ष कर रहा आधारहीन बातेंः तेजस्वी
पीएम क्यों नहीं किसानों से बात कर रहे हैं. इस पर तेजस्वी ने कहा कि हम दो हमारे दो वाला फॉर्मूला ट्विटर से आया है. बेसलेस है. पीएम मोदी ने कई बार कहा कि किसानों से बातचीत के लिए तैयार हैं. सरकार के कई मंत्री किसानों से मिले. पीएम ने कहा कि हम सारे नियमों में बदलाव करने को तैयार है. क्योंकि पुराने कानूनों से किसानों को नुकसान हो रहा था. लेकिन दिक्कत ये है कि हमारा विपक्ष झूठ बोलता है. उनके पास कोई मुद्दा नहीं होता.
सुप्रिया ने कहा कि कांग्रेस ने लगातार किसान कानून में कई कमियां बताईं. लेकिन सरकार उसे सुन नहीं रही है. वो लगातार MSP की बात कर रहे हैं. लेकिन वो APMC की बात कर रहे हैं, वो प्राइवेट खरीदार की बात नहीं कर रहे हैं. किसान इतने जानकार हैं क्या जो वो कानून के बारे में संशोधन बता पाएंगे. क्या तेजस्वी आप माफी मांगेंगे 260 किसानों की मौत पर. क्या आपकी सरकार माफी मांगेंगी. इस पर तेजस्वी ने कहा कि क्या आपकी पार्टी, आपके लोग 70 साल की गलतियों के लिए माफी मांगेंगे?
PM मोदी नए भारत के प्रतिनिधि हैं, यहां युवाओं को मौका मिल रहाः तेजस्वी
क्या नए भारत में युवाओं की आवाज सुनी नहीं जा रही है. इस पर तेजस्वी ने कहा पश्चिमी पब्लिकेशन हाउस को पहले भारत को समझना चाहिए. भारत में इस समय जो सरकार है चाहती है कि लोग कंस्ट्रक्टिव फीडबैक दें. पर विरोध करने और टुकड़े-टुकड़े में शामिल होना अलग है. दोनों के बीच में बड़ी पतली लाइन है. सुप्रिया ने कहा कि मिर्जापुर में रिपोर्टर को, बनारस में रिपोर्टर को देवरिया में रिपोर्टर को सेडिशन का आरोप लगाया. जबकि, इन लोगों ने अपना काम किया है. असली रिपोर्टिंग की. इस सरकार में मंत्री सीख रहे हैं कि कैसे उन लोगों को न्यूट्रीलाइज किया जाए तो सरकार के खिलाफ आवाज उठाते हैं. सरकार हर उस आवाज को दबाती है जो सरकार के खिलाफ बोलते हैं.
तेजस्वी का दावा- ये अब तक की सबसे सपोर्टिव सरकार है
सरकार के खिलाफ बोलने वाले लोगों के बारे में जो सेडिशन कानून का उपयोग हो रहा है इसपर तेजस्वी ने कहा कि ये पूरी तरह से सही नहीं है. ये छोटे स्तर पर हो सकता है. एसएचओ लेवल पर हुआ होगा. लेकिन ये सरकार की नीति नहीं है. ये सबसे सपोर्टिव सरकार है. हम तो कई बार आपस में मजाक करते हैं. लेकिन विपक्ष ने महाराष्ट्र में जिस सरकार को ये सपोर्ट कर रहे हैं वो रिपोर्टर को परेशान कर रहे हैं.
'70 साल की गंदगी से बाहर निकलने के बाद अब यंग इंडिया पॉजिटिव है'
इस पर सुप्रिया ने पूछा कि मिर्जापुर में रिपोर्टर ने नमक-रोटी की स्टोरी छापी, उस पर योगी ने सेडिशन चार्ज क्यों लगाया. तब तेजस्वी ने कहा कि मैं इस मामले का विरोध करता हूं लेकिन अगर इसके फैक्ट्स सही हैं. लेकिन क्या कांग्रेस महाराष्ट्र केस के लिए माफी मांगेगी या जो हुआ उसका विरोध करेगी. यंग इंडिया पॉजिटिव है, वो सिनिकल नहीं है. उसे डूम्स डे को लेकर चिंता नहीं है. पीएम मोदी युवा भारत के प्रतिनिधि है. 70 साल की गंदी राजनीति के बाद ये नौबत आई है.