अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा घोषित भारत-पाकिस्तान सीजफायर के आधिकारिक ऐलान के कुछ ही घंटों बाद श्रीनगर समेत कई भारतीय क्षेत्रों में ड्रोन देखे गए और धमाकों की आवाज़ें सुनी गईं. पाक द्वारा संघर्ष विराम का उल्लंघन करने के कुछ ही घंटों बाद भारत के विदेश मंत्रालय ने कड़ा रुख अपनाया है. मंत्रालय के अनुसार, सेना को पाकिस्तान की इस हरकत का जवाब देने के लिए सख्त कदम उठाने के आदेश दिए गए हैं.
सीजफायर के ऐलान के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत को "गीदड़ भभकी" दी और भारत-पाक तनाव पर बात की. उन्होंने भारत पर पहलगाम को बहाना बनाकर युद्ध की स्थिति पैदा करने और कई बेबुनियाद आरोप लगाए. शरीफ ने चीन को एक भरोसेमंद मित्र बताया है.
भारत के कई शहरों में आज भी ब्लैकआउट लागू किया गया. राजस्थान, पंजाब और जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तानी ड्रोन देखे गए.
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पूर्व आर्मी चीफ मनोज मुकुंद नरवणे ने युद्ध और हिंसा को लेकर एक अहम संदेश देते हुए कहा कि युद्ध न तो कोई रोमांटिक कल्पना है, न ही बॉलीवुड फिल्म की पटकथा. उन्होंने कहा कि युद्ध समाज पर अदृश्य, लेकिन गहरा प्रभाव छोड़ता है, जिसमें मौत, शरणार्थी संकट और परिवारों का विघटन शामिल है. युद्ध और हिंसा को केवल अंतिम विकल्प के रूप में देखा जाना चाहिए.
ऑपरेशन सिंदूर पर मीडिया को संबोधित करते हुए DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने भावुक शब्दों में शहीदों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा कि मैं ऑपरेशन सिंदूर में शहीद हुए अपने 5 वीर साथियों और उन नागरिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, जिन्होंने इस संघर्ष में अपनी जान गंवाई. हमारी संवेदना उन सभी शोक संतप्त परिवारों के साथ है. उनके बलिदान को देश कभी नहीं भूलेगा. लेफ्टिनेंट जनरल घई ने यह भी कहा कि भारत ने अब तक अत्यंत संयम बरता है और सभी सैन्य कार्रवाइयां संयमित, उद्देश्यपूर्ण और गैर-उकसाने वाली रही हैं, लेकिन उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर भारत की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता या नागरिकों की सुरक्षा को कोई खतरा हुआ, तो उसका जवाब निर्णायक और कठोर तरीके से दिया जाएगा.
एयर मार्शल एके भारती ने दो टूक कहा कि भारत का उद्देश्य दुश्मन को करारा जवाब देना था, न कि बॉडी बैग्स गिनना. उन्होंने कहा कि हमने जो भी तरीके और साधन चुने, उनका दुश्मन पर अपेक्षित प्रभाव पड़ा. कितने मारे गए? कितने घायल हुए? ये गिनती करना हमारा काम नहीं है. हमारा लक्ष्य था दुश्मन के ठिकानों को निशाना बनाना, बॉडी बैग गिनना नहीं. एयर मार्शल भारती ने यह स्पष्ट किया कि भारत का मकसद किसी भी तरह की गैर-जरूरी तबाही नहीं था, बल्कि उन ठिकानों को तबाह करना था जो सीधे आतंकवाद से जुड़े थे.
प्रेस ब्रीफिंग में एयर मार्शल एके भारती ने कहा कि हमने जो टारगेट तय किए थे, उन्हें पूरी तरह से हासिल कर लिया है और हमारे सभी पायलट सुरक्षित घर लौट आए हैं. भारतीय सशस्त्र बलों को लेकर उन्होंने कहा कि हमारी सेनाएं फिलहाल बेहद हाईअलर्ट पर हैं, और किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए तैयार हैं.
भारतीय नौसेना के डायरेक्टर जनरल नेवल ऑपरेशन्स (DGNO) वाइस एडमिरल ए.एन. प्रमोद ने बताया कि पहलगाम हमले के बाद भारतीय नौसेना की कैरियर बैटल ग्रुप, सतह से लड़ने वाली यूनिट्स, पनडुब्बियां और नौसैनिक विमानन संसाधन युद्ध की पूरी तैयारी के साथ समुद्र में तैनात कर दिए गए. उन्होंने बताया कि आतंकी हमले के 96 घंटों के भीतर अरब सागर में कई हथियार परीक्षणों के दौरान हमने अपनी रणनीति और संचालन प्रक्रियाओं को परखा और बेहतर किया. भारतीय नौसेना की ताकतवर मौजूदगी ने पाकिस्तान को उसकी नौसेना और वायुसेना को बंदरगाहों और तटीय इलाकों तक सीमित रहने को मजबूर कर दिया, जिन्हें लगातार मॉनिटर किया गया.
वाइस एडमिरल प्रमोद ने कहा कि हमारी जवाबी कार्रवाई संयमित, संतुलित, गैर-उत्तेजक और जिम्मेदार रही है. हमने ऐसे ठिकानों को लक्ष्य बनाने की तैयारी कर रखी थी, जिन पर ज़रूरत पड़ने पर हमला किया जा सके. जिनमें कराची भी शामिल था. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारतीय नौसेना अभी भी समुद्र में पूरी ताकत के साथ डटी हुई है और किसी भी शत्रुतापूर्ण हरकत का निर्णायक जवाब देने के लिए तैयार है.
भारतीय वायुसेना के डायरेक्टर जनरल एयर ऑपरेशंस एयर मार्शल एके भारती ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान पर वहां हमला किया जहां उसे सबसे ज्यादा चोट पहुंचे. उन्होंने बताया कि एक तेज़, समन्वित और संतुलित जवाबी हमले में हमने पाकिस्तान के वायुसेना अड्डों, कमांड सेंटर्स, सैन्य ढांचों और एयर डिफेंस सिस्टम्स को पूरे पश्चिमी मोर्चे पर निशाना बनाया. भारतीय हमलों में चकलाला, रफीक और रहीम यार खान जैसे अहम एयरबेस शामिल थे. इसके बाद सरगोधा, भुलारी और जैकबाबाद जैसे अन्य प्रमुख सैन्य ठिकानों पर भी हमले किए गए. उन्होंने कहा कि हमारे पास इन सभी ठिकानों के हर सिस्टम को निशाना बनाने की पूरी क्षमता है और उससे भी आगे तक जाने की.
DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने पाकिस्तान सेना द्वारा हुए नुकसानों पर अपनी स्थिति स्पष्ट की. उन्होंने कहा कि मैंने पहले ही लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) पर पाकिस्तान के 35-40 सैनिकों के हताहत होने की बात की थी. जब ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया गया, तो पाकिस्तान सेना ने भारतीय सेना और भारतीय सशस्त्र बलों के बुनियादी ढांचे को भी टारगेट किया. उन्होंने कहा कि हमारा टारगेट आतंकी ठिकानों पर था और बाद में जब पाकिस्तान ने हमारे बुनियादी ढांचे पर एयर इंट्रूजन और एयर ऑपरेशंस शुरू किए, तो हमने भारी हथियारों का इस्तेमाल किया, और निश्चित रूप से उस दौरान हताहत हुए होंगे, लेकिन उनकी संख्या अभी तक आंकी जा रही है. उन्होंने कहा कि जो 3 दिन तक चला वो युद्ध से कम नहीं था. हमारे सभी पायलट सुरक्षित लौटे हैं.साथ ही कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में हमारे 5 जवान शहीद हुए हैं.
DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि मेरी पाकिस्तान के DGMO से कल दोपहर 3:35 बजे संपर्क हुआ, जिसके परिणामस्वरूप 10 मई 2025 शाम 5:00 बजे से दोनों देशों के बीच सीजफायर और एयर इंट्रूजन पर विराम लगा, जैसा कि पाकिस्तान के DGMO ने प्रस्तावित किया था. उन्होंने कहा कि हमने 12 मई 2025 दोपहर 12 बजे फिर से बात करने का निर्णय लिया, ताकि इस समझौते को मजबूत और दीर्घकालिक बनाने के तरीके पर चर्चा की जा सके. हालांकि, निराशाजनक रूप से पाकिस्तान सेना ने केवल कुछ घंटों में ही इन समझौतों का उल्लंघन किया और क्रॉस बॉर्डर फायरिंग और ड्रोन आक्रमण करके यह तय किया कि वे हमारी सहमति का पालन नहीं करेंगे. लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि हमने इन उल्लंघनों का जवाब मजबूती से दिया और आज सुबह हमारे द्वारा एक हॉटलाइन संदेश पाकिस्तान के DGMO को भेजा गया, जिसमें हमनें इन उल्लंघनों को स्पष्ट रूप से बताया. साथ ही पाकिस्तान द्वारा इन उल्लंघनों को दोहराए जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया की बात कही. उन्होंने में कहा कि हमारे आर्मी चीफ ने हमारे सेना कमांडरों को पाकिस्तान द्वारा किसी भी उल्लंघन पर तुरंत और कड़ा जवाब देने के निर्देश दिए हैं.
वायुसेना के डायरेक्टर जनरल एयर ऑपरेशन्स (DG Air Ops) एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने कहा कि 8 मई को भारतीय वायुसेना ने लाहौर स्थित पाकिस्तानी निगरानी रडार साइट्स को निशाना बनाया. यह कार्रवाई हमारी तरफ से एक सधा हुआ जवाब था, जिसके बाद भी पाकिस्तान की ओर से ड्रोन हमले जारी रहे जिन्हें हमने पूरी तरह से नाकाम किया. उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी ड्रोन और अन्य मानवरहित प्रणालियों ने एक साथ कई भारतीय एयरबेस को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन भारत के एयर डिफेंस सिस्टम पहले से तैयार थे और उन्होंने सभी हमलों को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया.
भारतीय वायुसेना के डीजी एयर ऑपरेशन्स एयर मार्शल एके भारती ने बताया कि 7 मई को पाकिस्तान द्वारा की गई गोलाबारी में भारत में कोई क्षति नहीं हुई, क्योंकि भारतीय वायु रक्षा प्रणाली पूरी तरह सक्रिय और सतर्क थी. हमारी एयर डिफेंस तैयारियों की वजह से पाकिस्तानी हमले से कोई नुक़सान नहीं हुआ. हमने हर संभावित खतरे को समय रहते निष्क्रिय कर दिया. उन्होंने बताया कि 8 और 9 मई की रात लगभग रात 10:30 बजे से पाकिस्तान की ओर से भारत के शहरों की ओर ड्रोन, यूएवी (Unmanned Aerial Vehicles) और यूसीएवी (Unmanned Combat Aerial Vehicles) छोड़े गए. 7 मई को जहां UAV भेजे गए, वहीं 8 मई को इनकी संख्या में कमी आई. लेकिन इनका उद्देश्य निगरानी और नागरिकों को डराना था.
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बहावलपुर स्थित आतंकवादी अड्डे पर सटीक मिसाइल हमला कर उसे पूरी तरह तबाह कर दिया. ये इलाका जैश-ए-मोहम्मद का प्रमुख ठिकाना माना जाता है, जहां से लंबे समय से भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियाँ संचालित की जा रही थीं. भारतीय वायुसेना के डीजी एयर ऑपरेशन्स एयर मार्शल एके भारती ने इस हमले की ड्रोन और सैटेलाइट फुटेज प्रस्तुत की, जिसमें बहावलपुर में हुए भारी विनाश को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है.
एयर मार्शल एके भारती ने कहा कि भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के मुरिदके स्थित आतंकी शिविर को सटीक मिसाइल हमले में पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया. ये वही इलाका है जिसे लश्कर-ए-तैयबा के सरगना हाफिज सईद का गढ़ माना जाता है.
DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि पाकिस्तान ने बीते दिनों भारतीय सैन्य अड्डों को निशाना बनाने की कई कोशिशें कीं, लेकिन ये प्रयास ज्यादातर विफल रहे. पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइलों के ज़रिए कई सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने समय रहते इन सभी खतरों को नाकाम कर दिया.
वायुसेना के डायरेक्टर जनरल एयर ऑपरेशंस एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने कहा कि भारतीय वायुसेना ने बेहद सावधानीपूर्वक केवल आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया और कोई भी नागरिक हानि नहीं होने दी. हमने पूरी योजना इस तरह बनाई थी कि सिर्फ आतंकी कैंपों पर सटीक वार किया जाए और किसी आम नागरिक को नुकसान न पहुंचे.
DG Air Ops एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने कहा कि हालात कठिन हैं, हम ये प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं करना चाहते थे, लेकिन ज़रूरी हो गया था. भारतीय वायुसेना ने मुरीदके और बहावलपुर जैसे आतंकी ठिकानों पर हमला किया. ये दोनों स्थान अंतरराष्ट्रीय सीमा से काफी अंदर थे, इसलिए इन्हें चुनना रणनीतिक रूप से अहम था. IAF ने सटीक हमलों के लिए सैटेलाइट और इंटेलिजेंस आधारित टार्गेटिंग और प्रिसिशन म्यूनिशन का इस्तेमाल किया.
DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर की योजना पहलगाम में भारतीय नागरिकों पर हमले के बाद बनाई गई. इस ऑपरेशन का स्पष्ट सैन्य उद्देश्य था- आतंकवादियों और उनके ठिकानों को तबाह करना, हमने सीमा पार आतंकी कैंपों की गहराई से पहचान की. लेकिन वहां कई ठिकाने पहले ही खाली कर दिए गए थे, लेकिन हमें 9 ऐसे ठिकाने मिले जिन्हें हमारी एजेंसियों ने एक्टिव बताया. इनमें से कुछ ठिकाने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और कुछ पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में थे- जैसे मुरीदके, जो कसाब और डेविड हेडली जैसे आतंकियों से जुड़ा रहा है. हमारे हमलों में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए, जिनमें यूसुफ अज़हर, अब्दुल मलिक रऊफ और मुदस्सिर अहमद जैसे हाई वैल्यू टारगेट शामिल हैं. ये आतंकी IC 814 हाइजैक और पुलवामा हमले से जुड़े थे. जनरल घई ने बताया कि एलओसी पर पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया और उनकी ओर से नागरिक क्षेत्रों जैसे गुरुद्वारों को भी निशाना बनाया गया.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारतीय थल सेना के महानिदेशक सैन्य अभियान (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर का मकसद सिर्फ आतंकियों का खात्मा करना था. हमने 100 आतंकियों को खत्म किया. साथ ही आतंकी ठिकाने उड़ाने के सबूत दिखाए. सेना ने आतंकी हमले का जवाब दिया. मुदस्सर खार, हाफिज जमील और यूसुफ अजहर जैसे तीन बड़े आतंकियों को ढेर किया.
भारत द्वारा हाल ही में किए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' और पाकिस्तान के साथ तनाव को लेकर एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस हो रही है. कॉन्फ्रेंस की शुरुआत शिवतांडव की धुन से हुई. प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय थल सेना के महानिदेशक सैन्य अभियान (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, भारतीय वायु सेना के महानिदेशक वायु अभियान (DG Air Ops) एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती और भारतीय नौसेना के महानिदेशक नौसेना अभियान (DGNO)
वाइस एडमिरल एएन प्रमोद शामिल हैं.
विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि जयशंकर ने 1 मई को अमेरिका के विदेशमंत्री मार्को रुबियो से फोन पर बात की थी और उन्हें साफ-साफ बताया था कि हम आतंकी ठिकानों पर हमला करेंगे. इसमें कहा गया था कि अगर पाकिस्तान हमला करेगा तो हम पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देंगे. भारत के एक्शन से पाकिस्तानियों के लिए हर रात बदतर होती जा रही थी. MEA के सूत्रों ने कहा कि भारत ने साफ संदेश दिया था कि अगर हमें पाकिस्तान से बात करनी है, तो वह सिर्फ पीओके, अवैध क्षेत्रों की वापसी और आतंकवादियों को सौंपने के बारे में होगी. मार्को रुबियो और जयशंकर के बीच परमाणु खतरे पर कोई बातचीत नहीं हुई. पाकिस्तान हमेशा परमाणु खतरे का मुद्दा उठाता है. उनके मंत्रियों ने ऐसा करना शुरू कर दिया था, इसमें कोई नई बात नहीं है.
विदेश मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक पहलगाम आतंकी के बाद भारत ने अपने टारगेट सावधानीपूर्वक चुने. साथ ही बेहतर तकनीक और तरीके का इस्तेमाल करने के साथ ही हथियार के चयन में भी सावधानी बरती. टारगेट पर बहावलपुर, मुरीदके औऱ मुजफ्फराबाद रहे. ये तीनों इसलिए अहम हैं, क्योंकि ये पाकिस्तान के आतंक में मिलीभगत से जुड़े हुए हैं.
विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने भारत-पाकिस्तान के बीच हुए युद्धविराम में अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस की भूमिका पर कहा कि वेंस ने फोन करके पीएम मोदी से बात की. प्रधानमंत्री मोदी ने उनसे कहा कि अगर पाकिस्तान हमला करेंगे तो हम और मजबूती से जवाब देंगे.
भारतीय सेना ने X पर पोस्ट करते हुए कहा कि 10-11 मई 2025 की रात सीज़फायर उल्लंघन के बाद थलसेनाध्यक्ष जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने पश्चिमी सीमाओं पर तैनात सेना कमांडरों के साथ सुरक्षा स्थिति की गहन समीक्षा की. सेना प्रमुख ने स्पष्ट निर्देश दिए कि 10 मई को DGMO स्तर पर हुई बातचीत के दौरान हुए समझौते के किसी भी उल्लंघन पर सेना पूरी ताकत से जवाब देगी. उन्होंने सेना कमांडरों को kinetic domain (सैन्य बल) में पूर्ण अधिकार सौंपते हुए कहा कि वे किसी भी उल्लंघन पर तुरंत और प्रभावशाली प्रतिक्रिया देने के लिए स्वतंत्र हैं.
ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने न केवल आतंकवादी ठिकानों को ध्वस्त किया, बल्कि पाकिस्तान की रक्षा प्रणाली की कमजोरियों को भी उजागर किया है. ब्रह्मोस मिसाइल की तैनाती और उसकी सफल स्ट्राइक ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भारत की मारक क्षमता अब दुश्मनों के लिए अजेय चुनौती बन चुकी है. भारतीय सेना ने न केवल पाकिस्तान के आतंकी संगठनों को सफलतापूर्वक कुचल दिया, बल्कि शहरों में उसके सैन्य बुनियादी ढांचे को भी बड़ा नुकसान पहुंचाया है. सबसे बड़ी सफलता बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय पर सटीक हमले के रूप में सामने आई है. रक्षा सूत्रों के अनुसार, इस हमले में ब्रह्मोस एयर-लॉन्च क्रूज मिसाइल (ALCM) का इस्तेमाल किया गया, जिसे Su-30MKI फाइटर जेट से लॉन्च किया गया था.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को ब्रह्मोस एकीकरण और परीक्षण सुविधा ( integration and testing facility) का लखनऊ में उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात की और कहा कि आज का दिन महत्वपूर्ण है. राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भी जानकारी साझा की. उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने शौर्य और पराक्रम के साथ-साथ संयम का भी परिचय देते हुए पाकिस्तान के अनेक सैन्य ठिकानों पर प्रहार करके करारा जवाब दिया है. हमने केवल सीमा से सटे सैन्य ठिकानों पर ही नहीं कार्रवाई की बल्कि भारत की सेनाओं की धमक उस रावलपिंडी तक सुनी गई जहां पाकिस्तानी फौज का हेडक्वार्टर मौजूद है.
अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने भारत-पाकिस्तान के बीच की ताजा लड़ाई में दखल देने से इनकार करते हुए 9 मई को ही कहा था कि 'हम युद्ध के बीच में दखल नहीं देने जा रहे हैं, यह मूल रूप से हमारा काम नहीं है.' वेंस का ये बयान ट्रंप प्रशासन के उन नीतियों के अनुकूल ही था जहां ट्रंप किसी और देश के लफड़े से यथासंभव दूरी बनाए रखने में विश्वास करते हैं. फिर ऐसा क्या हुआ कि 24 घंटे के बाद ही अमेरिका को दक्षिण एशिया में अनहोनी की आशंका सताने लगी. इसके बाद वाशिंगटन से लेकर इस्लामाबाद और दिल्ली तक कूटनीतिक गतिविधियां अचानक से तेज हो गई. भारत पाकिस्तान और अमेरिका- तीन देशों की राजधानियों में फोन की घंटिया घनघनाने लगी.
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की पहल पर हुए युद्ध विराम के समझौते को रणनीतिक एक्सपर्ट भारत के सामरिक और कूटनीतिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण कह रहे हैं. पाकिस्तान के साथ हुआ 2025 का युद्धविराम का समझौता जो पूरी तरह से भारत की शर्तों पर हुआ है, उसे नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के लिए एक महत्वपूर्ण भू-राजनीतिक जीत के रूप में देखा जा रहा है.
दिल्ली में प्रधानमंत्री आवास चल रही हाई लेवल मीटिंग खत्म हो गई है. मीटिंग में रक्षा मंत्री, एनएसए अजीत डोभाल, सीडीएस और तीनों सेनाओं के प्रमुख ने मौजूदा स्थिति को लेकर पीएम मोदी को जानकारी दी.
कांग्रेस नेता और पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित अपने कॉलम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत द्वारा पाकिस्तान को दिए गए जवाब को “बुद्धिमत्तापूर्ण और संतुलित” बताया है. उन्होंने कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए पर्यटकों पर आतंकी हमले के बाद देश में बदला लेने की आवाजें तेज थीं, लेकिन सरकार ने सीमित सैन्य कार्रवाई का रास्ता चुनकर एक बड़ा युद्ध टाल दिया.
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि कश्मीर, सिंधु जल संधि और आतंकवाद भारत के साथ प्रमुख मुद्दे बने हुए हैं और पड़ोसी देश के साथ भविष्य में होने वाली किसी भी वार्ता में इन पर चर्चा की जा सकती है. आसिफ की ये टिप्पणी तब आई जब उनसे शनिवार को भारत के साथ हुई सहमति के बाद भारत के साथ लंबित मुद्दों से निपटने के बारे में पूछा गया था, जिसमें तत्काल प्रभाव से जमीन, हवा और समुद्र पर सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने की बात कही गई थी.
पाकिस्तान ने साल 2019 में हुए पुलवामा हमले में अपनी संलिप्तता को लेकर वर्षों तक इनकार किया, उसका कबूलनामा अब खुद उसकी वायुसेना के शीर्ष अधिकारी ने किया है. पाकिस्तान एयर फोर्स के एयर वाइस मार्शल और जनसंपर्क निदेशक (DGPR) औरंगजेब अहमद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुलवामा हमले को 'टैक्टिकल ब्रिलियंस' यानी सैन्य चालाकी की मिसाल बताया.
CDS और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ-साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और NSA अजीत डोभाल भी पीएम आवास पहुंच गए हैं, जहां वह पीएम मोदी को मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी देंगे.
लंबे वक्त बाद शनिवार को भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर समझौते पर सहमति बनी गई है. इसी बीच सीडीएस और तीन सेनाओं के प्रमुख पीएम के सरकारी आवास पहुंच गए हैं, जहां वह पीएम को मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी देंगे.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर को लेकर दोनों देशों की "साहसिक और निर्णायक" भूमिका की सराहना की है. सोशल मीडिया में की गई एक पोस्ट में ट्रंप ने इस कदम को ऐतिहासिक और मानवीय करार दिया, साथ ही अमेरिका की भूमिका को भी "निर्णायक सहयोगी" के रूप में प्रस्तुत किया.
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) फैन्स के लिए बड़ी राहत की खबर है. भारत-पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर के बाद हालात BCCI (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) एक बार फिर देश में टूर्नामेंट शुरू करने की तैयारी में जुट गया है. इसे लेकर रविवार (11 मई) या सोमवार (12) को होने वाली अहम बैठक में नई तारीखों का ऐलान संभव है.
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पहलगाम आतंकी हमले की निंदा करते हुए चीन ने एक ओर जहां आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख दिखाया तो दूसरी ओर पाकिस्तान को अपना 'आयरन-क्लैड फ्रेंड' यानी 'लोहे जैसा मजबूत मित्र' बताते हुए उसकी संप्रभुता और राष्ट्रीय स्वतंत्रता के समर्थन की बात दोहराई. ये घटना भारत-चीन-पाकिस्तान के बीच चल रही कूटनीतिक रस्साकशी का एक नया अध्याय बन गई है, जहां चीन की 'दो चेहरे वाली' नीति पर सवाल उठने लगे हैं.
भारत और पाकिस्तान के बीच हुए ताजा सीजफायर समझौते के चंद घंटों बाद ही एक बार फिर सीमा पर गोलियों की गूंज सुनाई दी. जम्मू-कश्मीर से लेकर पंजाब, राजस्थान और गुजरात तक पाकिस्तान की ओर से उकसावे की कार्रवाई ने माहौल को एक बार फिर तनावपूर्ण बना दिया.
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शनिवार को सीजफायर के बाद रविवार को अमृतसर प्रशासन ने शांति के बाद जिले में रेड अलर्ट को खत्म कर दिया है और अब जल्द ही सामान्य गतिविधियां शुरू हो जाएंगे. वहीं, अमृतसर एयरपोर्ट के एसीपी यादविंदर सिंह ने कहा, 'स्थिति शांतिपूर्ण है...कुछ अफवाहें फैलाई जा रही हैं, लेकिन पर्याप्त सुरक्षा है...अभी स्थिति शांतिपूर्ण है, ड्रोन की कोई गतिविधि नहीं है. लोगों को घबराना नहीं चाहिए. मैं मीडिया से अपील करता हूं कि वे उनके पास आने वाली खबरों की पुष्टि करें और फिर उन्हें दिखाएं. लोगों द्वारा फैलाई जा रही झूठी अफवाहों की पुष्टि करना जरूरी है.'
शनिवार को सीजफायर पर सहमति बनने के बाद भारत ने रविवार सुबह-सुबह चिनाब पर रियसी में बने सलाल डैम के कई गेटों को खोल दिया है. जिससे चिनाब का जलस्तर बढ़ गया है और पाकिस्तान की ओर पानी तेजी से प्रवाहित हो रहा है.
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भारत और पाकिस्तान ने तत्काल प्रभाव से संघर्ष विराम पर सहमति जताई. इस महत्वपूर्ण समझौते के पीछे अमरिकी उपराष्ट्रपत जेडी वेन्स और विदेश मंत्री मार्को रुबियो की कड़ी मध्यस्थता और संयुक्त प्रयास शामिल थे. इस बात की जानकारी यूएस स्टेट डिपार्टमेंट की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने दी और इसे "सुंदर साझेदारी" बताया. हालांकि, इस सीजफायर के कुछ घंटे बाद ही पाकिस्तान की तरफ से सीमा पार फायरिंग की गई, और ड्रोन दागे गए.
भारत-पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर के कुछ ही घंटे बाद पाकिस्तान की ओर से कई जगहों पर सीजफायर का उल्लंघन किया गया. इसको लेकर विदेश मंत्रालय ने रात करीब 11 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. विदेश सचिन विक्रम मिसरी ने कहा कि पिछले कुछ घंटों से इस समझौते का पाकिस्तान की ओर से घोर उल्लंघन हो रहा है. भारतीय सेना कार्रवाई कर रही है और इस सीमा अतिक्रमण से निपट रही है. ये अतिक्रमण पाकिस्तान की तरफ से किया जा रहा है. हमारा मानना है कि पाकिस्तान ठीक से समझे और इस पर तुरंत कार्रवाई करें. सेना ने इस स्थिति पर नजर रखी हुई है और सेना को ठोस और सख्त कदम उठाने के आदेश दे दिए गए हैं.
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के बीच हाल ही में एक टेलीफोनिक बातचीत हुई, जिसमें दोनों पक्षों ने क्षेत्रीय स्थिरता और शांति को बनाए रखने के लिए सहयोग की भूमिका पर चर्चा की. इस बातचीत के दौरान एनएसए डोभाल ने चीन के सामने स्पष्ट किया, 'युद्ध भारत का विकल्प नहीं है और इससे किसी भी पक्ष का हित नहीं है.'
भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम को लेकर शनिवार शाम समझौता हुआ था. इसके तहत दोनों देशों ने सीमा पर सभी सैन्य गतिविधियों को बंद करने पर सहमति जताई थी. ये समझौता खासतौर से पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद बढ़ी सैन्य तनाव को कम करने के लिए किया गया था, लेकिन इस शांति की कोशिश कुछ घंटों ही टिक सकी, और रिपोर्ट के मुताबिक कई भारतीय क्षेत्रों में ड्रोन दागे. इस बीच जम्मू में नगरोटा आर्मी बेस पर गोलीबारी की घटना सामने आई है.
भारत-पाकिस्तान के बीच 86 घंटों तक चला युद्ध शनिवार शाम 5 बजे खत्म हो गया. जब दोनों देशों के बीच सीजफायर पर सहमति बन गई. लेकिन इसके 3 घंटे बाद ही पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया है. जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से पाकिस्तान की उकसावेभरी गतिविधियां एक बार फिर तेज़ हो गई हैं. शनिवार रात को पाकिस्तान ने कई इलाकों में संघर्षविराम का उल्लंघन करते हुए भारी गोलाबारी की, वहीं एक संदिग्ध ड्रोन को लेकर कश्मीर के बारामूला जिले में धमाका हुआ है.
अमृतसर के डीसी ने सुबह 4.39 बजे जारी दिशा-निर्देश में कहा, "अत्यधिक सावधानी बरतते हुए, कृपया लाइट बंद करके घर के अंदर रहें और खिड़कियों से दूर रहें. कृपया सड़क, बालकनी या छत पर न जाएं. घबराएं नहीं. हम आपको बताएंगे कि हम सामान्य गतिविधियां कब शुरू कर सकते हैं."
पाकिस्तान के साथ हुए सीजफायर के बाद दिल्ली एयरपोर्ट ने एडवाइजरी जारी की है. यात्रियों को बताया गया है कि दिल्ली एयरपोर्ट पर संचालन सामान्य होगा.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के देश को संबोधन करने के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने सीजफायर उल्लंघन करने की बात को नकारा है.
पाक विदेश मंत्रालय की ओर से एक बयान जारी कर कहा गया है कि वह सीजफायर को पूरे ईमानदारी से लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है. हालांकि, भारत की ओर से उल्लंघन की घटनाएं सामने आई हैं, जिसे पाकिस्तान की सेना ने जिम्मेदारी और संयम से संभाला है. हम मानते हैं कि सीजफायर को सुचारु रूप से लागू करने में आ रही समस्याओं और किसी भी तरह के विवाद को संवाद के जरिए हल करने की जरूरत है.
पाकिस्तान ने जिस दिन सीजफायर पर सहमति जताई, उसी दिन इसका उल्लंघन करते हुए भारत के कई शहरों पर ड्रोन हमले की नाकाम कोशिश की. जम्मू-कश्मीर के नागरोटा में मिलिट्री स्टेशन के बाहर संदिग्ध गतिविधि दर्ज की गई. जानकारी के मुताबिक, कैंप के पास अज्ञात लोग घूमते नजर आए. जिसके बाद एक जवान की संदिग्ध के साथ हल्की गोलीबारी हुई. इस दौरान जवान को मामूली चोटें आईं.
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने पाकिस्तान की ओर से सीजफायर उल्लंघन पर प्रतिक्रिया देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट किया. शशि ने लिखा, 'उसकी फितरत है मुकर जाने की, उसके वादे पे यकीं कैसे करूं?'
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका ने भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे संघर्ष पर प्रतिक्रिया दी है. हरमीत ने पाकिस्तान को आंड़े हांथों लेते हुए कहा कि वह प्रोपेगेंडा के तहत काम कर रहा है. यह भारतीय सीख समुदाय अच्छे से समझते हैं.
हरमीत कालका ने पाकिस्तान के उस दावे को भी खारिज कर दिया कि भारत गुरद्वारों पर हमला किया है. हरमीत बोले- पंजाब का आज का युवा ड्रग्स से बर्बाद हुआ है, इसके पीछे पाकिस्तान ही है.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत के साथ युद्धविराम और तनाव कम कराने में भूमिका निभाने के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, सऊदी अरब, यूएई, तुर्किये, ईरान और अन्य देशों का शुक्रिया अदा किया है. शहबाज ने कहा कि मेरा यह भाषण चीन का नाम नहीं लिए अधूरा रहेगा. चीन पाकिस्तान का विश्वसनीय दोस्त है. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का दिल से आभार प्रकट करता हूं.
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सीजफायर पर सहमति जताने के बाद भी पाकिस्तान अपने नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. रिपोर्ट के अनुसार, कई भारतीय क्षेत्रों में पाकिस्तानी ड्रोन देखे गए. इस बीच जम्मू में नगरोटा आर्मी बेस पर गोलीबारी की घटना सामने आई है.