भारत ने पाकिस्तान के साथ हुए समझौते को 'सिजफायर' शब्द से संबोधित करने से इसलिए परहेज किया है, क्योंकि ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है. भारत सरकार के सूत्रों ने आजतक से बताया कि यह समझौता सिर्फ जमीनी, हवाई और समुद्री हमले रोकने के लिए हुए हैं, लेकिन ऑपरेशन आगे भी जारी रहेगा.
22 अप्रैल के आतंकी हमले के बाद भारतीय सेनाओं ने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था, जिसका मकसद संभावित रूप से उन आतंकियों को न्यूट्रलाइज करना हो सकता है. सूत्रों ने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर अभी थमा नहीं है. हम बस एक न्यू नॉर्मल में हैं. यही वजह है कि हम सीजफायर शब्द का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं. पाकिस्तान द्वारा सीजफायर कई बार तोड़ा गया है."
यह भी पढ़ें: 'भारतीय पायलट के हिरासत की बात झूठी...', पाकिस्तान ने फाइटर प्लेन गिराए जाने पर बोला अर्धसत्य
प्रेस कॉन्फ्रेंस में विक्रम मिसरी ने क्या कहा था?
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी 'सीजफायर' शब्द का इस्तेमाल नहीं किया था, और कहा था कि पाकिस्तान के सैन्य संचालन निदेशक ने अपने भारतीय समकक्ष को फोन किया और दोनों पक्षों ने सभी प्रकार की फायरिंग और सैन्य गतिविधियों को रोकने पर सहमति जताई. उन्होंने कहा था, "उनके बीच इस बात पर सहमति बनी कि दोनों पक्ष आज शाम पांच बजे से जमीन, हवा और समुद्र में सभी प्रकार की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद कर देंगे."
हालांकि, इस घोषणा के कुछ ही घंटों बाद, नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास पाकिस्तान की तरफ से भारी फायरिंग और गोलाबारी की खबरें आईं. यह समझौते का उल्लंघन माना जाता है, खासकर क्योंकि पाकिस्तान ने पहले भी बार-बार सीजफायर का उल्लंघन किया है.
यह भी पढ़ें: पाकिस्तान में आतंकियों के जनाजे में शामिल हुए सरकार-सेना के नुमाइंदे... भारतीय सेना का बड़ा खुलासा
सिर्फ ट्रंप ने 'सीजफायर' शब्द का इस्तेमाल किया!
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस बीच, अपने मीडिया पोस्ट में इस समझौते को 'फुल एंड इम्मीडियेट सिजफायर' बताया था, जबकि भारत और पाकिस्तान दोनों ने इस शब्द का इस्तेमाल नहीं किया. मसलन, भारत की यह प्रतिक्रिया ऑपरेशन सिंदूर की जारी कार्रवाई को ध्यान में रखते हुए बनी है.