तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली (त्रिची) एयरपोर्ट पर शुक्रवार शाम को उस समय हड़कंप मच गया जब एअर इंडिया के एक विमान का हाइड्रोलिक फेल हो गया. इस विमान में 140 यात्री सवार थे. विमान के पायलट ने एयरपोर्ट के अधिकारियों को जानकारी दी कि विमान का हाइड्रोलिक सिस्टम फेल हो गया है और इसके चलते विमान लैंड नहीं कर सकता. इसके चलते घंटों तक विमान आसमान में ही चक्कर लगाता रहा. हालांकि करीब 8:14 बजे विमान सुरक्षित लैंड कर गया. लैंडिंग होने पर एयरपोर्ट पर लोगों ने पायलट के लिए तालियां बजाईं.
140 यात्रियों को लेकर फ्लाइट ने शाम 5.43 बजे त्रिची एयरपोर्ट से शारजाह के लिए उड़ान भरी थी, लेकिन जल्द ही उसमें तकनीकी खराबी आ गई. त्रिची हवाई अड्डे के निदेशक के अनुसार, पायलट ने हाइड्रोलिक विफलता के बारे में हवाई स्टेशन को सूचित किया था. नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "तिरुचिरापल्ली से शारजाह जाने वाली एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट IX 613 सुरक्षित रूप से तिरुचिरापल्ली हवाई अड्डे पर उतर गई है. DGCA स्थिति की निगरानी कर रहा था. लैंडिंग गियर खुल रहा था. फ्लाइट सामान्य रूप से उतर गई है. हवाई अड्डे को अलर्ट मोड पर रखा गया है."
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एय़रपोर्ट डायरेक्टर ने जानकारी देते हुए बताया कि पहले विमान के हवा में रहते हुए ईंधन डंपिंग करने पर विचार किया गया था. लेकिन विमान आवासीय क्षेत्र के ऊपर चक्कर लगा रहा था, इसलिए ऐसा करना सही नहीं समझा गया. विमान के बेली लैंडिग कराने का विकल्प भी हमारे पास था. इसके लिए तैयारियों भी पूरी कर ली गई थी. इस दौरान एंबुलेंस और राहत बचाव टीम को स्टैंडबाय पर रखा गया था. विमान के पायलेट की सूझबूझ और एयरपोर्ट से तालमेल के चलते विमान सुरक्षित लैंड कर गया. सभी यात्री सुरक्षित हैं. हाइड्रोलिक सिस्टम फेल होने के कारणों की जांच की जा रही है.
सुरक्षित लैंडिंग के लिए कैप्टन और चालक दल को बधाई: CM
तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने लैंडिंग के बाद प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "मुझे यह सुनकर खुशी हुई कि एअर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट सुरक्षित रूप से उतर गई है. लैंडिंग गियर की समस्या की खबर मिलने पर, मैंने तुरंत अधिकारियों के साथ फोन पर एक आपातकालीन बैठक की और उन्हें सभी आवश्यक सुरक्षा उपायों को लागू करने का निर्देश दिया, जिसमें दमकल गाड़ियां, एम्बुलेंस और चिकित्सा सहायता तैनात करना शामिल है. मैंने अब जिला कलेक्टर को सभी यात्रियों की निरंतर सुरक्षा सुनिश्चित करने और आगे की सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया है. सुरक्षित लैंडिंग के लिए कैप्टन और चालक दल को मेरी बधाई."
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किन परिस्थितियों में खराब होता है हाइड्रोलिक सिस्टम?
विमान का हाइड्रोलिक सिस्टम एक महत्वपूर्ण प्रणाली है जो उड़ान के दौरान कई महत्वपूर्ण कार्यों को नियंत्रित करता है, जैसे कि लैंडिंग गियर का संचालन, फ्लैप्स का मूवमेंट, एयरलॉन और रडर का नियंत्रण. जब यह सिस्टम फेल होता है, तो विमान की महत्वपूर्ण कार्यप्रणालियां प्रभावित हो जाती हैं, जिससे उड़ान की सुरक्षा खतरे में आ सकती है. हाइड्रोलिक सिस्टम लीकेज, हाइड्रोलिक पंप की खराबी, फ्लुइड का प्रदूषण, अत्यधिक तापमान, कंपोनेंट्स की टूट-फूट, सिस्टम का ओवरलोड आदि के चलते खराब हो सकता है.
हाइड्रोलिक सिस्टम फेल होने के लक्षण:
लैंडिंग गियर का न खुलना: अगर लैंडिंग गियर हाइड्रोलिक सिस्टम के माध्यम से संचालित हो रहा है, तो गियर खुलने या बंद होने में कठिनाई हो सकती है.
फ्लैप्स या स्लैट्स का काम न करना: हाइड्रोलिक सिस्टम फेल होने से ये कंट्रोलिंग सतहें मूव नहीं कर पातीं.
कॉकपिट में चेतावनी संकेत: आधुनिक विमानों में हाइड्रोलिक सिस्टम फेल होने की स्थिति में कॉकपिट में चेतावनी सिग्नल आता है.
विमान की दिशा या ऊंचाई नियंत्रित करने में कठिनाई: अगर हाइड्रोलिक सिस्टम का उपयोग विमान को नियंत्रित करने में किया जा रहा है, तो पायलट को विमान की दिशा और ऊंचाई बनाए रखने में कठिनाई हो सकती है.