असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने सोमवार को कर्नाटक के आईटी मंत्री प्रियांक खड़गे द्वारा कथित तौर पर दिए गए एक बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है. खड़गे ने कथित रूप से कहा था कि असम में सेमीकंडक्टर यूनिट जैसी बड़ी इंडस्ट्री स्थापित करने के लिए 'कोई टैलेंट नहीं' है.
इस टिप्पणी को लेकर सरमा ने खड़गे को 'अव्वल दर्जे का मूर्ख' करार दिया और उन पर असमिया युवाओं का अपमान करने का आरोप लगाया. हिमंता बिस्वा सरमा ने पीटीआई से कहा कि उनकी सरकार प्रियांक खड़गे के खिलाफ मामला दर्ज करने पर विचार कर रही है.
सरमा ने कहा, "शायद, हम उनके खिलाफ मामला दर्ज कर सकते हैं, क्योंकि उन्होंने कहा है कि असम के पास शिक्षित, सक्षम युवा नहीं हैं. यह असमिया युवाओं का अपमान है. इसलिए, हम विचार कर रहे हैं कि क्या उनके खिलाफ कोर्ट में कोई मामला दर्ज किया जा सकता है."
सरमा ने विपक्षी कांग्रेस को भी निशाने पर लिया और कर्नाटक के मंत्री द्वारा दिए गए 'आपत्तिजनक बयान' की निंदा न करने के लिए आलोचना की.
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क्या था प्रियांक खड़गे का बयान?
प्रियांक खड़गे ने कथित तौर पर एक न्यूज़ चैनल को बताया था कि केंद्र सरकार द्वारा दबाव (Arm-twisted) बनाए जाने के बाद कर्नाटक के लिए निर्धारित निवेश को गुजरात और असम की ओर मोड़ा जा रहा है. सरमा का गुस्सा इसी बात पर फूटा कि इस दौरान खड़गे ने असम के युवाओं की प्रतिभा पर सवाल उठाए.