दिवंगत आईपीएस वाई. पूरन कुमार सुसाइड केस में नाम सामने आने के बाद हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत सिंह कपूर को लंबी छुट्टी पर भेजे जाने के तुरंत बाद हरियाणा सरकार ने 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी ओम प्रकाश सिंह को हरियाणा का कार्यवाहक डीजीपी नियुक्त किया गया है. हरियाणा सरकार द्वारा ये आदेश मंगलवार यानी 14 अक्टूबर को जारी किया गया है.
हरियाणा गृह विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार, डीजीपी शत्रुजीत सिंह कपूर को लंबी छुट्टी पर भेजने के तुरंत बाद राज्यपाल ने 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी ओम प्रकाश सिंह को हरियाणा पुलिस महानिदेशक (DGP) का अतिरिक्त कार्यभार सौंप दिया है.
छुट्टी अवधि का होगा कार्यकाल
आदेश में स्पष्ट कहा गया है कि ये प्रभार शत्रुजीत सिंह कपूर, आईपीएस (एचवाई:1990) की छुट्टी अवधि के दौरान होगा. वर्तमान में ओपी सिंह वर्तमान में हरियाणा पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन के प्रबंध निदेशक, पंचकूला में डायरेक्टर/एफएसएल माधुबन और डीजी/एचएसबीएनसीबी (एच) के पद पर कार्यरत हैं.
7 अक्टूबर को किया सुसाइड
दरअसल, आईपीएस पूरन कुमार ने 7 अक्टूबर 2024 को चंडीगढ़ स्थित अपने घर के साउंडप्रूफ बेसमेंट में अपनी सर्विस रिवॉल्वर से आत्महत्या कर ली थी. मृत्यु से ठीक एक दिन पहले, 6 अक्टूबर को उन्होंने अपनी पत्नी अमनीत के नाम वसीयत लिखी और आठ पेज का सुसाइड नोट लिखा था.
सुसाइड नोट में 13 अधिकारियों पर आरोप
पूरन कुमार के सुसाइड नोट में 13 अधिकारियों पर जातिगत उत्पीड़न, करियर बर्बाद करने और मानसिक प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए गए. दिवगंत आईपीएस ने डीजीपी कपूर पर आरोप लगाया कि उन्होंने पूरन को नौकरी से स्थायी रूप से हटाने की साजिश रची. उन्होंने (पूरन कुमार) रोहतक एसपी नरेंद्र बिजरनिया पर भी आरोप हैं, जिन्हें शनिवार को ही पद से हटा दिया गया था. बिजारनिया की जगह सुरिंदर सिंह भोरिया को रोहतक का एसपी बनाया गया है. इसके बाद 14 अक्टूबर को डीजीपी सत्रुजीत कपूर को जांच पूरी होने तक लंबी छुट्टी पर भेज दिया गया है.
अंतिम संस्कार करने से इनकार
इस मामले में पूरन कुमार की पत्नी और आईएएस अमनीत पूरन कुमार ने चंडीगढ़ पुलिस को शिकायत दर्ज कराई है, जिसके आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. साथ ही उनके परिवार आरोपी अधिकारियों को FIR में नामजद करने और उनकी गिरफ्तारी की मांग की थी और ऐसा न होने तक परिवार ने दिवंगत IPS पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया है.