गोवा के अरपोरा इलाके में स्थित एक रेस्टोरेंट-कम-नाइट क्लब में आधी रात ब्लास्ट होने से बड़ा हादसा हो गया. कुछ सेकंड में आग ऐसी भड़की कि लोगों को बाहर निकलने तक का वक्त नहीं मिला. भीषण आग ने पूरे इलाके को दहला दिया. हादसे में 25 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 20 की जान दम घुटने से गई, जबकि तीन लोग जिंदा जल गए. विधायक माइकल लोबो ने हादसे को बेहद दर्दनाक बताया है और क्लबों के सेफ्टी ऑडिट की मांग की है.
गोवा के अरपोरा गांव स्थित Birch by Romeo Lane क्लब में यह भीषण हादसा उस वक्त हुआ, जब किचन एरिया में ब्लास्ट हुआ. चंद सेकंड में आग ने पूरे किचन को चपेट में ले लिया और देखते ही देखते बेसमेंट तक धुएं का गुबार भर गया.
बचने के लिए बेसमेंट की तरफ भागे लोग
क्लब का बेसमेंट उस वक्त कर्मचारियों से भरा हुआ था. ज्यादातर लोग वहीं काम कर रहे थे. जैसे ही आग लगी, अफरा-तफरी मच गई. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, लोग बाहर की तरफ भागने की बजाय बेसमेंट की ओर भागे, जहां धुएं की चादर पहले से फैल चुकी थी.
हादसे में मरने वालों में 20 लोगों की मौत दम घुटने से हुई, जबकि तीन लोगों के शव बुरी तरह झुलसे हुए मिले. बाद में दो की और मौत हो गई. कुल 25 की जान गई है. गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने इस घटना को राज्य के लिए ‘बहुत दर्दनाक दिन’ बताया और मामले की जांच के आदेश दिए.
होगा फायर सेफ्टी ऑडिट
स्थानीय विधायक माइकल लोबो ने कहा कि इस तरह की लापरवाही दोबारा बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने राज्य के सभी क्लबों का फायर सेफ्टी ऑडिट कराने की मांग की है. लोबो के मुताबिक, कुछ मृतक पर्यटक थे, जबकि ज्यादातर स्थानीय लोग थे, जो क्लब के बेसमेंट में काम कर रहे थे.
घटनास्थल पर पहुंचे मुख्यमंत्री सावंत ने पत्रकारों को बताया कि 23 मृतकों में से तीन की मौत जलने से हुई, जबकि अन्य की मौत दम घुटने से हुई. शुरुआती जानकारी के मुताबिक, नाइट क्लब ने फायर सेफ्टी नियमों का पालन नहीं किया था.
गोवा पुलिस के डीजीपी आलोक कुमार ने बताया कि अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें 4 पर्यटक और 14 क्लब के कर्मचारी शामिल हैं. हादसे में 7 लोग घायल हुए हैं, जिनका इलाज चल रहा है. आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है. पूरे मामले की जांच पुलिस और फायर विभाग द्वारा की जा रही है. इस संबंध में कानूनी कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है. ज्यादातर लोगों की मौत दम घुटने (धुएं के कारण) से हुई है.
पुलिस कंट्रोल रूम को रात 12:04 बजे आग की सूचना मिली थी. इसके बाद तुरंत पुलिस, फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस मौके पर भेजी गईं. कई घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सभी शवों को बाहर निकाला गया और बांबोलिम के सरकारी मेडिकल कॉलेज भेजा गया.
शुरुआती जांच में सामने आया है कि क्लब में फायर सेफ्टी के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे. ब्लास्ट को ही आग की मुख्य वजह माना जा रहा है. प्रशासन ने क्लब मैनेजमेंट के खिलाफ सख्त एक्शन लेने के संकेत दिए हैं.
यह फेमस पार्टी वेन्यू राज्य की राजधानी पणजी से लगभग 25 किलोमीटर दूर है और इसे पिछले साल खोला गया था.
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने क्या कहा है?
'गोवा जैसे पर्यटन राज्य के लिए यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. जो लोग इस तरह की गतिविधियां अवैध रूप से चला रहे हैं, उनके कारण आग की यह घटना हुई है. इस हादसे में 23 लोगों की जान चली गई है. सरकार इस पूरे मामले की जांच कराएगी. जांच में आग लगने के सही कारणों का पता लगाया जाएगा और जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कानून के तहत सबसे कड़ी कार्रवाई की जाएगी. मृतकों में से ज्यादातर लोग क्लब के किचन स्टाफ थे, जिनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं. मरने वालों में तीन से चार पर्यटक भी शामिल हैं.'
बीजेपी विधायक माइकल लोबो ने क्या बताया?
'इस घटना से व्यथित हूं. 23 लोग हताहत हुए हैं, जिनमें तीन महिलाएं और 20 पुरुष हैं. कुछ पर्यटक हैं, जबकि ज्यादातर स्थानीय लोग हैं जो रेस्टोरेंट के बेसमेंट में काम कर रहे थे. हमें गोवा के बाकी सभी क्लबों का सुरक्षा ऑडिट करवाना होगा, जो बेहद जरूरी है. आग लगने की घटना बेहद परेशान करने वाली है. पर्यटकों और इन प्रतिष्ठानों में काम करने वाले कर्मचारियों की सुरक्षा बेहद जरूरी है. ज्यादातर लोग बेसमेंट की ओर भागते समय दम घुटने से मारे गए. सभी नाइट क्लबों को नोटिस जारी किया जाएगा, जिसमें उनसे फायर सेफ्टी से जुड़ी मंजूरी दिखाने को कहा जाएगा. जिन क्लबों के पास जरूरी अनुमति नहीं होगी, उनके लाइसेंस रद्द कर दिए जाएंगे.'
गोवा डीजीपी आलोक कुमार ने क्या कहा?
'अरपोरा में एक रेस्टोरेंट-कम-क्लब में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई. रात 12:04 बजे पुलिस कंट्रोल रूम को आग लगने की सूचना मिली, जिसके बाद पुलिस, फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस को तुरंत मौके पर भेजा गया. आग पर काबू पा लिया गया है और सभी शवों को बाहर निकाल लिया गया है. कुल मृतकों की संख्या 23 है. पुलिस इस घटना के कारणों की जांच करेगी और जांच के निष्कर्षों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.'