गाजियाबाद के लोगों को जल्द ही ट्रैफिक के लिए खास सौगात मिलेगी. अब गाजियाबाद में ट्रैफिक मैनेजमेंट को दुरुस्त किया जाएगा. यूपी सरकार ने गाजियाबाद की ट्रैफिक व्यवस्था के लिए ITMS परियोजना के लिए स्वीकृत की. गाजियाबाद शहर के लिए इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम(ITMS)के लिए 8575.71 लाख रुपये की स्वीकृति दी गयी है. अगले 6 माह में इसके लिए सभी काम पूरा कर लिया जाएगा. ITMS के तहत CCTV समेत हाई डेफिनिशन कैमरा के जरिए मॉनिटरिंग होती है तो रेड लाइट पर रेड/ग्रीन लाइट की टाइमिंग ऑटोमैटिक तरीके से अपने आप ही सेट हो जाती है.
रेड लाइट जंप करने वालों पर रहेगी नजर
यही नहीं रेड लाइट वायलेशन डिटेक्शन कैमरा के जरिए command control room में बैठकर ट्रैफिक पुलिस उन वाहन चालकों पर भी निगाह रख सकती है जो रेड लाइट जंप करते हैं. ये कैमरा ऐसे लोगों की इमेज कैप्चर करने के साथ ही वाहन के नंबर के आधार पर खुद ही चालान काट देता है, बिना हेलमेट और बिना सीट बेल्ट वाले चालकों के खिलाफ भी चालान इसके माध्यम से आसानी से किया जा सकता है. स्मार्ट सिटी योजना के तहत गाजियाबाद शहर के लिए आईटीएमएस परियोजना स्वीकृत की गयी है जिसका अगर गाजियाबाद के ट्रैफिक व्यवस्था पर पड़ेगा.
नोएडा में बीते साल लगा था सिस्टम
बता दें कि नोएडा प्राधिकरण ने बीते साल ट्रैफिक व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने के लिए इस प्रणाली पर आधारित सिस्टम लगवाया था. इसकी जानकारी नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने ट्वीट कर दी थी. उन्होंने लिखा था कि इंटेलिजेंट ट्रैफिक सिस्टम चालू होने के साथ 1065 सीसीटीवी कैमरों की मदद से नोएडा के 84 क्रॉसिंग पर नजर रखी जा रही है. जिससे नोएडा सुरक्षित और स्मार्ट सिटी बन गया है.
84 चौराहों पर 1065 सीसीटीवी कैमरे
बता दें कि नोएडा प्राधिकरण ने ट्रैफिक जाम से लोगों निजात दिलाने के लिए 84 चौराहों पर 1,065 सीसीटीवी कैमरों की मदद से नजर रखने के लिए महत्वाकांक्षी परियोजना बनाई थी. इसके लिए 88.4 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया था. बकौल सीईओ, एक निजी एजेंसी को इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लगाने का काम सौंपा था. इसका कमांड और कंट्रोल रूम सेंटर सेक्टर-94 में बनाया गया था. इस कंट्रोल रूम से चौबीसों घंटे पुलिसकर्मियों द्वारा निगरानी की जा रही है.