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16000 किमी दूरी, नॉर्थ पोल किया क्रॉस, जानें ऐतिहासिक उड़ान के बाद क्या बोलीं भारत की बेटियां

इस टीम की अगुआई  कैप्टन जोया अग्रवाल ने की. इस दौरान कैप्टन पापागिरी थानमेई, कैप्टन आकांक्षा सोनवरे और कैप्टन शिवानी मन्हास ने उनका बखूबी साथ दिया. 

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टीम की अगुआई करने वाली कैप्टन जोया अग्रवाल
टीम की अगुआई करने वाली कैप्टन जोया अग्रवाल
स्टोरी हाइलाइट्स
  • भारत की बेटियों ने रचा इतिहास
  • बोलीं- हमने इतिहास का बड़ा पन्ना पलटा

एअर इंडिया (Air India) की चार महिला पायलटों की एक टीम ने दुनिया के सबसे लंबे हवाई मार्ग उत्तरी ध्रुव (नॉर्थ पोल) पर उड़ान भरने का कीर्तिमान रच दिया है. भारतीय महिला पायलट्स की टीम अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को शहर से उड़ान भरने के बाद नॉर्थ पोल से होते हुए बेंगलुरु पहुंच गई हैं. इस सफर के दौरान उन्होंने करीब 16,000 किलोमीटर की दूरी तय की. इस टीम की अगुआई  कैप्टन जोया अग्रवाल ने की. इस दौरान कैप्टन पापागिरी थानमेई, कैप्टन आकांक्षा सोनवरे और कैप्टन शिवानी मन्हास ने उनका बखूबी साथ दिया. 

इस मौके पर कैप्टन शिवानी मन्हास ने कहा, 'अमेरिका की सिलिकॉन वैली और भारत की सिलिकॉन वैली को कनेक्ट करने का सपना आज पूरा हुआ है. यह दुनिया की सबसे लंबी उड़ानों में से एक उड़ान है, जिसमें हम उत्तरी ध्रुव के ऊपर से उड़ान भरकर आए हैं. हमने इतिहास का एक बहुत बड़ा पन्ना पलटा है और यह सब हम महिला पायलट्स ने किया है.' 

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कैप्टन शिवानी मन्हास ने आगे कहा, 'चार महिला पायलट्स आपके सामने ऐसी ऐतिहासिक फ्लाइट उड़ाकर आई हैं, इससे बड़ा महिला सशक्तिकरण क्या होगा. यह एक-एक लड़की जो बाहर देख रही है, उसके लिए यह एक सपना सच करने का जरिया है कि सपने देखना मत छोड़िए, उसे पूरा कीजिए. उसकी आंख में देखिए, परिश्रम कीजिए दृढ़ता से और वहां पर जरूर पहुंचेंगे.

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भारतीय महिला विमान पायलटों की इस ऐतिहासिक उड़ान के बाद बधाइयों का तांता लग गया. लोगों में खासा उत्साह नजर आया. सैन फ्रांसिस्को से विमान के उड़ान भरने के बाद हरदीप पुरी ने अपने ट्वीट में लिखा था, 'कॉकपिट में पेशेवर, टैलेंटेड और कॉन्फिडेंट महिला पायलटों ने एयर इंडिया के विमान से सैन फ्रांसिस्को से बेंगलुरु के लिए उड़ान भरी है. वे नॉर्थ पोल से गुजरेंगी. हमारी नारी शक्ति ने ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है.'

मालूम हो कि एअर इंडिया के पायलट पहले भी ध्रुवीय मार्ग पर उड़ान भर चुके हैं, लेकिन ऐसा पहली बार है कि कोई महिला पायलट टीम ने उत्तरी ध्रुव पर उड़ान भरी है. एअर इंडिया के एक अधिकारी ने बताया कि उत्तरी ध्रुव में उड़ान भरना बेहद चुनौतीपूर्ण है और एयरलाइन कंपनियां इस मार्ग पर अपने सर्वश्रेष्ठ और अनुभवी पायलटों को ही भेजती हैं.

 

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