जोया अग्रवाल (Zoya Agarwal) भारतीय विमानन उद्योग में एक प्रतिष्ठित नाम हैं, जो नॉर्थ पोल के ऊपर से उड़ान भरने वाली पहली भारतीय महिला बनीं. यह उड़ान सैन फ्रांसिस्को से बेंगलुरु तक थी. इस उड़ान ने लगभग 16,000 किलोमीटर की दूरी तय की गई. उनके नेतृत्व में एयर इंडिया की एक ऑल-फीमेल टीम ने इस ऐतिहासिक उड़ान को सफलतापूर्वक संचालित किया. वे एक वरिष्ठ पायलट और एयर इंडिया की कैप्टन हैं, जिन्होंने कई ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की हैं.
जोया अग्रवाल का जन्म भारत में हुआ और वे बचपन से ही उड़ान भरने का सपना देखती थीं. उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी करने के बाद एविएशन में करियर बनाने का निश्चय किया. वे एरोनॉटिक्स और एविएशन से संबंधित उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद पायलट बनीं.
वे महिलाओं को एविएशन क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने के लिए भी जानी जाती हैं.
उनकी उपलब्धियों ने भारतीय एविएशन जगत में महिलाओं की भागीदारी को और बढ़ावा दिया है और वे नए पायलटों के लिए एक आदर्श बनी हुई हैं.
इस टीम की अगुआई कैप्टन जोया अग्रवाल ने की. इस दौरान कैप्टन पापागिरी थानमेई, कैप्टन आकांक्षा सोनवरे और कैप्टन शिवानी मन्हास ने उनका बखूबी साथ दिया.
एअर इंडिया ने ट्वीट कर कहा कि, 'वेलकम होम, हमें आप सभी पर गर्व है. हम AI176 के पैसेंजर्स को भी बधाई देते हैं, जो इस ऐतिहासिक सफर का हिस्सा बने.'
उड़ान भरने से कुछ घंटे पहले कैप्टन जोया ने आजतक से कहा, "कल हम कई तरह के वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने जा रहे हैं. इसके बारे में सोचकर मेरे रोंगटे खड़े हो रहे हैं." कॉकपिट में कैप्टन जोया के साथ कैप्टन थनमई पपागड़ी, कैप्टन आकांशा सोनावड़े और कैप्टन शिवानी मन्हास द्वारा शामिल होंगी. साथ ही एयर इंडिया में एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर कैप्टन निवेदिता भसीन भी यात्रा करेंगी.
देश की बेटियों ने पहली बार उत्तरी ध्रुव के ऊपर सबसे लंबी उड़ान पूरी करके इतिहास रच दिया. एयर इंडिया की चार महिला पायलटों के इस दल ने सैन फ्रांसिस्को से उड़ान भरी और डायरेक्ट बेंगलुरु एयरपोर्ट पर आज सुबह करीब 4 बजे लैंड किया. इस उड़ान पर जोया अग्रवाल के साथ कैप्टन तनमई पपागिरी, कैप्टन आकांक्षा सोनावने और कैप्टन शिवानी मन्हास थी.
सैन फ्रांसिस्को से नॉन स्टॉप उड़ान भरकर बैंगलुरु पहुंची देश की चार धाकड़ बेटियां, हवाई अड्डे पर फूल और मालाओं से इनका स्वागत किया गया. इस उड़ान पर जोया अग्रवाल के साथ कैप्टन तनमई पपागिरी, कैप्टन आकांक्षा सोनावने और कैप्टन शिवानी मन्हास थी. पत्रकारों से अपनी खुशी जाहिर करते हुए सभी पायलटों के चेहरे पर गर्व का भाव साफ झलक रहा था. देखें क्या कहा देश की इन बेटियों ने.