पिछले दिनों राज्यसभा में जो दृश्य देखने को मिले उसने पूरे देश को शर्मसार किया था. लोकतंत्र के मंदिर से हंगामे की जैसी तस्वीरें और वीडियो सामने आ रही थीं, उन्हें देख सभी हैरान थे. लेकिन राजनीतिक गलियारों में उस घटना पर भी सिर्फ आरोप-प्रत्यारोप का दौर रहा. केंद्र के विपक्ष पर आरोप लगाने के बाद अब टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्राइन भी मैदान में आ गए हैं. उनकी तरफ से केंद्र पर ही सदन को ना चलाने का आरोप लगा दिया गया है.
डेरेक बोले- सदन चले, ये जिम्मेदारी केंद्र की
डेरेक ने जोर देकर कहा है कि केंद्र हर मुद्दे से सिर्फ भाग रहा है. सदन में किसी भी मुद्दे पर चर्चा नहीं होने दी जा रही. वे कहते हैं कि मुझे समझ नहीं आ रहा कि केंद्र राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर बहस क्यों नहीं चाहता है. सदन में पेगासस विवाद पर बहस क्यों नहीं की जा रही. मेरी नजरों में सदन को चलाने की जिम्मेदारी सरकार की होती है. विपक्ष सिर्फ सहयोग देता है.
टीएमसी सांसद ने बीजेपी पर ही आरोप लगाते हुए कह दिया कि उन्होंने सदन की परंपरा को बर्बाद कर दिया है. सदन की कार्रवाई सिर्फ और सिर्फ केंद्र की वजह से लगातार स्थगित हुई थी. वहीं हिंसा वाली घटना पर डेरेक ने कहा कि उन्हें राज्य सभा की रिपोर्ट में कोई विश्वास नहीं है. उनकी नजरों में ऐसी रिपोर्टों को सिर्फ ईडी और सीबीआई के लिए बनाया जाता है.
डेरेक ने कसा बीजेपी की रणनीति पर तंज
वैसे डेरेक से सवाल चुनाव से पहले विपक्षी एकजुटता पर भी पूछा गया. पूछा गया कि विपक्ष की रणनीति क्या रहेगी. इस पर उन्होंने साफ कह दिया कि विपक्ष एक दम सही दिशा में आगे बढ़ रहा है. उनके मुताबिक रणनीति तो बीजेपी की पूछनी चाहिए जिन्होंने उत्तराखंड में तीन सीएम बदल दिए, जिन्होंने कर्नाटक में दो सीएम बदल लिए
अब इतना सबकुछ बोलने से पहले डेरेक की तरफ से केंद्र पर आठ सवाल दागे गए थे. उन्होंने सरकार को हर मोर्चे पर फेल बताते हुए कहा था कि देश के विकास पर ब्रेक लग चुका है. उन्होंने कहा कि देश की विकास दर अब माइनस में चली गई है. बेरोजगारी चरम पर है, नोटबंदी फेल हो गई है. ये सरकार किसी भी वादे को पूरा नहीं कर पाई है.